संजय यादव/बाराबंकी : आज के दौर में किसान धान गेहूं के अलावा सब्जियो की खेती पर जोर दे रहे हैं, क्योंकि सब्जियों की खेती से किसानों को काफी लाभ हो रहा है. वहीं सब्जियों में टमाटर एक ऐसी फसल है, जिसका बाजार में रेट ठीक मिल जाता है. इसकी बिक्री पूरे सालभर होती है. इस हिसाब से टमाटर की खेती काफी आमदनी वाली साबित हो रही है. जिले के एक किसान टमाटर की खेती कर लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं. टमाटर की खेती में उन्हें लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा हो रहा है.
जनपद बाराबंकी के सहेलियां गांव के रहने वाले किसान दिनेश कुमार ने 3 साल पहले आधा बीघे में टमाटर की खेती की शुरुआत की, जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ. आज वह करीब दो बीघे में साहू किस्म के टमाटर की खेती कर रहे हैं. इस खेती से करीब एक फसल पर उन्हें लाखो रुपए मुनाफा हो रहा है.
टमाटर की खेती करने वाले किसान दिनेश कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि वैसे तो वह धान गेहूं आदि की खेती करते थे, लेकिन उस खेती में हमें इतना फायदा नहीं हो रहा था. फिर हमने सोचा क्यों न सब्जियों की खेती की जाए. फिर हमने आधे बीघे में टमाटर की खेती की, तो उसमें हमें अच्छा फायदा देखने को मिला. इस समय करीब दो बीघे में उन्होंने टमाटर की खेती की है, जिसमें लागत एक बीघे में करीब 10 से 15 हजार रूपए के आसपास आती है. वहीं मुनाफे की बात करें तो एक फसल पर हमें एक से 2 लाख रुपये तक मुनाफा हो जाता है. उन्होंने साहू किस्म के टमाटर की खेती की है. क्योंकि यह किस्म अन्य किस्मो के मुकाबले अधिक पैदावार देती है. साथ ही इस टमाटर की मांग काफी ज्यादा है और यह काफी अच्छे रेट में जाता है.
कैसे करें टमाटर की खेती
इसकी खेती करना बहुत ही आसान है. पहले खेत की गहरी जुताई की जाती है. उसके बाद खेत समतल करके बेड बनाये जाते हैं. फिर उस पर हम मल्च करके एक-एक फिट की दूरी पर टमाटर के पौधे को लगाते हैं. जब पेड़ थोड़ा बड़ा जाता है तब इसकी सिंचाई करते हैं. फिर पूरे खेत में बांस, तार व डोरी से टमाटर के पौधे को बांध दिया जाता है. इससे टमाटर की पैदावार अच्छी होती है और रोग लगने का खतरा भी कम रहता है. वहीं पौधा लगाने के महज दो महीने बाद फसल तैयार हो जाती है. जिसको हम तोड़कर बाजारों में बेच सकते हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : December 15, 2024, 07:23 IST