दफनाएं नहीं करिए दाह संस्कार! इस शहर के श्मशान घाटों पर नहीं कर सकेंगे शवों को दफन

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दफनाएं नहीं करिए दाह संस्कार! इस शहर के श्मशान घाटों पर नहीं कर सकेंगे शवों को दफन

रजनीश यादव/ प्रयागराज: उत्तर भारत में मानसून आगमन होने के साथ ही नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिलती है. वहीं, भारत की सबसे लंबी गंगा नदी का अपवाह क्षेत्र बड़ा होने के कारण बरसात के दिनों में भीषण बाढ़ आने लगती है. इसी को देखते हुए प्रयागराज नगर निगम की ओर से एक अनोखा प्रयास किया जा रहा है, जिससे कि इस बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्थित श्मशान घाटों पर बॉडी को दफनाने से बचा जा सके. इसके लिए नगर निगम प्रयागराज की ओर काम शुरू कर दिया गया है.

इन घाटों पर दफन नहीं होगी डेड बॉडीबता दें कि बारिश और बाढ़ की संभावना को देखते हुए नगर निगम की ओर से प्रयागराज की 2 प्रमुख अंत्येष्टि स्थलों फाफामऊ एवं सोनौटी घाट पर डेड बॉडी को दफन करने से रोकने के लिए टीम गठित कर निगरानी शुरू कर दी गई है. इन घाटों पर ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली डेड बॉडी को अक्सर पुरानी परंपराओं एवं आर्थिक समस्याओं के चलते रेत में बॉडी को दफना दिया जाता है. इन दो प्रमुख घाटों पर रोज लगभग 50 से अधिक डेड बॉडी आती है, जिनमें से लगभग 10 को दफनाने का काम किया जाता है.

कटान से दिखने लगती है डेड बॉडीनगर निगम के अधिकारी बताते हैं कि जैसे ही गंगा का जलस्तर ऊपर बढ़ता है, वैसे ही कटान शुरू होता है. इस दौरान गंगा के किनारे दफन की गई या डेड बॉडी दिखने लगती है. ऐसे में इस तरह की डेड बॉडी को अंतिम संस्कार करने का जिम्मा नगर निगम ने उठाया है, जो बाखूबी निभा भी रहा है.

ऐसे में यहां आने वाली डेड बॉडी को ना दफन करें, इसके लिए गठित टीम लगातार लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है. क्योंकि इस प्रकार की डेड बॉडी कटान के कारण गंगा नदी में तैरते हुए देखी जा सकती हैं. इस समस्या से निजात पाने के लिए नगर निगम की ओर से यह सकारात्मक कदम उठाए जा रहा है.

इन अधिकारियों को मिली जिम्मेदारीफाफामऊ और सुनौती घाट पर ग्रामीण प्रवेश से आने वाली डेड बॉडी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नगर निगम की ओर से टीम गठित की गई है. जिसके नोडल अधिकारी नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अरविंद राय को बनाया गया है. वहीं, नीरज कुमार सिंह को पर्यवेक्षण अधिकारी एवं कर्नल दिनेश तंवर को सह पर्यवेक्षण अधिकारी बनाया गया है. अधिकारी अधिशासी अभियंता अजीत कुमार को व्यवस्था अधिकारी का जिम्मा मिला है.

पर्यवेक्षण अधिकारी नीरज कुमार ने लोकल 18 से बताया कि इन घाटों पर पुरानी परंपरा के चलते आने वाले लोग डेड बॉडी को दफन करते हैं. ऐसे में इनको रोकना थोड़ा कठिन होता है, लेकिन इनको जागरुक कर इस गतिविधि से लोगों को रोका जाएगा.
Tags: Allahabad news, Local18, Prayagraj Latest News, Prayagraj News, Prayagraj News TodayFIRST PUBLISHED : June 28, 2024, 12:20 IST

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