सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: हिंदू धर्म में दीपावली और देव दीपावली का पर्व बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है. कार्तिक माह में ही दीपावली और देव दीपावली का पर्व 15 दिनों के अंतराल में मनाया जाता है. दीपावली के ठीक 15 दिन बाद देव दीपावली का पर्व होता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार मनुष्य ही नहीं बल्कि देवता भी देव दीपावली के दिन दीप जलाकर खुशियां मनाते हैं. इस साल देव दीपावली का पर्व 26 नवंबर को मनाया जाएगा.
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि दीपावली के समान ही कार्तिक पूर्णिमा का पर्व है, जिसे धर्म ग्रंथो में देव दीपावली कहा गया है. कहा गया है कि भगवती लक्ष्मी सहित समस्त देवता इस दिन पृथ्वी लोक पर विचरण करते हैं. जो सनातनी भाई-बहन घी अथवा तिल के तेल का दीपक जलाकर देवताओं को अर्पित करते हैं, उनको देवताओं की अनुकूलता तो प्राप्त होती ही है. किंतु भगवती लक्ष्मी जी की प्रसन्नता के लिए एक ऐसा उपाय है, जिसे करने से आगामी 15 दिनों में उसका प्रभाव दिखाई पड़ेगा.
इस उपाय से पूरे होंगे हर सपनेकल्कि राम ने बताया कि भगवती लक्ष्मी जी की प्रसन्नता की लालसा रखने वाले साधकों को पूर्णिमा तिथि की ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्वच्छ पात्र में एक सिक्का रखें. उस सिक्के के ऊपर भगवान शालिग्राम को विराजमान करते हुए उन्हें दुग्ध, दही, मधु, घी और शर्खा से स्नान काराएं. तत्पश्चात शालिग्राम को आसन पर प्रतिष्ठित करें और उन्हें भोग लगाएं और उस सिक्का को स्नान करने के पूर्व आसन के रूप में भगवान शालिग्राम के पास रख दें और आरती कर लें.
इस तरह पाएं मां भगवती की कृपादूसरे दिन भगवान शालिग्राम को इस सिक्के पर विराजमान कर पुनः स्नान करा कर और वह सिक्का लेकर हल्दी से श्रीम का मंत्र लिखें और पीले कपड़े में लपेटकर धन रखने वाले स्थान पर रख दे. भगवती की कृपा होगी और निश्चित ही आने वाली अमावस्या तिथि से पूर्व ही आपको उसका प्रभाव दिखाई पड़ेगा.
नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र द्वारा आधारित है. न्यूज़ 18 किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता.
.Tags: Ayodhya News, Local18, Religion 18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : November 25, 2023, 20:34 IST
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