ऐसी दुनिया में जहां फास्ट फूड और प्रोसेस्ड भोजन आसानी से उपलब्ध हैं, हमारे डायटरी विकल्प हमारे समग्र स्वास्थ्य में पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जबकि पोषण और शारीरिक कल्याण के बीच संबंध अच्छी तरह से स्थापित है, लेटेस्ट स्टडी मानसिक स्वास्थ्य पर आहार के गहरे प्रभाव पर प्रकाश डाल रहे हैं. यह पता चला है कि गलत आहार न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है बल्कि डिप्रेशन का कारण भी बन सकता है, जबकि सही आहार संभावित रूप से नुकसान को उलट सकता है.
रिसर्च से संकेत मिलता है कि अधिक सूजन वाले फूड (जैसे कि शुगर ड्रिंक, प्रोसेस्ड मीट और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट वाला आहार) शरीर में पुरानी सूजन में योगदान कर सकता है. ये खाने वाली चीजें फैटी और डैमेज लीवर का कारण बन सकते हैं, जिससे सूजन हो सकती है. पुरानी सूजन डिप्रेशन सहित कई स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़ी है. फैटी लिवर रोग के मामले में, फैट का जमाव लिवर को नुकसान पहुंचाता है और लिवर सेल्स की मृत्यु को बढ़ाता है. ये मरने वाली सेल्स अपनी आंतें फैला देती हैं, जिससे सूजन हो जाती है. यह सूजन दिमाग तक फैल सकती है, जिससे सेरोटोनिन की हानि हो सकती है, जो अंततः डिप्रेशन का कारण बन सकती है. परिणामस्वरूप, फैटी लिवर वाले मरीजों में डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है.पोषक तत्वों की कमी और मूडओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन बी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी वाले आहार से दिमाग की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है. ये पोषक तत्व न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन और मूड के नियमन के लिए महत्वपूर्ण हैं. इन पोषक तत्वों की कमी आपको मूड डिसऑर्डर के प्रति संवेदनशील बना सकती है.
डिप्रेशन में फायदेमंद फूडफल और सब्जियां: फल और सब्जियां विटामिन, खनिजों और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा सोर्स हैं. ये पोषक तत्व मूड को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.साबुत अनाज: साबुत अनाज फाइबर का अच्छा सोर्स हैं. फाइबर पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और मूड को संतुलित करने में मदद कर सकता है.हेल्दी फैट: हेल्दी फैट, जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड, मूड को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. ओमेगा-3 फैटी एसिड मछली, नट्स और बीज में पाए जाते हैं.प्रोटीन: प्रोटीन मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. पर्याप्त प्रोटीन का सेवन मूड को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.