नोएड. खासतौर से दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में क्रिमिनल्स लोगों को एक नय तरीके से ठगने (Fraud) की वारदातों को लगातार अंजाम दे रहे हैं. एक के बाद एक लगातार एक जैसी ही शिकायतें नोएडा पुलिस (Noida Police) के पास पहुंच रही हैं. अगर एनसीआर के अकेले गौतम बुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) की की बात करें तो बीते 6 महीने में ही एक जैसी करीब 80 शिकायतें आ चुकी हैं. इसे देखते हुए नोएडा पुलिस भी खासी अलर्ट हो गई है. मूव एंड पैकर्स (Move and Packers) के नाम पर इस ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. कई मामलों में तो सामान की फिरौती तक मांगी गई. वहीं बहुत सारे मामलों में ठग सामान लेकर ही फरार हो गए हैं. पुलिस ने सर्विलांस (Servilance) समेत कई टीम बनाकर ठगों की तलाश तेज कर दी है.
ठगी की वारदात को ऐसे दे रहे अंजाम
जब कोई परिवार किसी भी वजह के चलते एक शहर से दूसरे शहर जाता है तो घरेलू सामान ट्रांसपोर्ट करने के लिए मूव एंड पैकर्स की तलाश करता है. सबसे पहले ऐसे परिवार गूगल पर सर्च करते हैं. मूव एंड पैकर्स डालते ही गूगल पर अनगिनत नाम और मोबाइल नंबर सामने आ जाते हैं. फिर उन सबके बीच तलाश होती है कि पैकेज किसका सस्ता होता है. बस यहीं पर ठग ऐसे लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए सस्ते से सस्ता पैकेज देते हैं. कुछ लोग ठगों के इस जाल में फंस जाते हैं. सब कुछ तय होने के बाद ठग सामान लेने आ जाते हैं. और उसके बाद सामान लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं. एसपी साइबर क्राइम, यूपी त्रिवेणी सिंह ने जानकारी देते हुए कहा है कि इसी साल जनवरी से लेकर जून तक नोएडा में इस तरह की 80 शिकायतें आ चुकी हैं.
नया नहीं है ठगी का यह तरीका
ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना इलाके की पैरा माउंट सोसाइटी में रहने वाले सौम्या मित्र ने पैकर्स एंड मूवर्स से कोलकाता के लिए सामान बुक कराया था. कुल 1.20 लाख रुपये में सामान कोलकाता पहुंचाना था. 82 हजार रुपये का भुगतान पहले ही कर दिया गया था. 14 जुलाई 2021 को सामान लोड हो गया. कंपनी के मुताबिक 18 जुलाई तक सामान कोलकाता पहुंचना था. ग्रेटर नोएडा से परिवार तो कोलकाता पहुंच गया, लेकिन सामान नहीं पहुंचा. इसके बाद सौम्या ने अपने एक दोस्त की मदद से थाना सूरजपुर में एक एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है.
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झांसी और बोकारो भी नहीं पहुंचा सामान
सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा में ही रहने वाले पवन अरोरा ने झांसी के लिए सामान बुक कराया था. जिस कंपनी से उन्होंने सामान बुक कराया था वो उन्हें जस्ट डॉयल पर मिली थी. 15 हजार रुपये में भाड़ा तय हुआ था. 8 जुलाई 2021 को सामान झांसी पहुंचना था, लेकिन 10 जुलाई तक सामान नहीं पहुंचा. इसके बाद पवन को फोन आया कि 10 हजार रुपये और दो तो सामान घर तक पहुंच जाएगा.
सूरजपुर में ही रहने वाले अविनाश ने भी बोकारो के लिए सामान लोड कराया था. उन्हें भी जस्ट डॉयल से ही नंबर मिला था. उन्होंने सामान लोड कराकर तो भेज दिया, लेकिन सामान बोकारो में घर तक नहीं पहुंचा. अब वो मोबाइल नंबर बंद जा रहे हैं.
सामान भेजते वक्त इन बातों का जरूर रखें ख्याल
पैकर्स-मूवर्स को बुक करते वक्त उसकी वेबसाइट को पूरी तरह खंगाल लें.
कंपनी के मालिक और कर्मचारी के आधार कार्ड की फोटो कॉपी अपने पास जमा कर लें.
ऑनलाइन आधार की जांच के दौरान फोटो का कंपनी मालिक के चेहरे से ठीक से मिलान कर लें.
सामान ले जाने वाले व्यक्ति का अपने मोबाइल से फोटो खींच लें.
सरकारी विभाग में कंपनी का रजिस्ट्रेशन आदि को ठीक से चेक कर लें.
यदि सामान ले जाते वक्त चालक और पैसे मांगता है तो वह ठग है, तुरंत पुलिस से करें.
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