लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पुलिस ने लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में चार किसानों की मौत के मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू भैया से पूछताछ की. News18 को पता चला है कि आशीष का बचाव पक्ष यह साबित करने के लिए एक वीडियो टाइमलाइन तैयार कर रही है कि वह घटनास्थल पर नहीं था. इसके लिए उनके बनवीरपुर में मौजूद होने को लेकर फोटोग्राफर और स्थानीय लोगों के मोबाइल से ली गईं तस्वीरों को जुटाया जा रहा है. सीसीटीवी फुटेज भी एकत्रित किए जा रहे हैं.
तीन अक्टूबर को चार किसानों और एक स्थानीय पत्रकार की मौत हो गई थी. आशीष मिश्रा की एक एसयूवी लखीमपुर के तिकुनिया में नए कृषि कानूनों के विरोध में शामिल किसानों के एक समूह पर चढ़ गई थी. इसके बाद हुई हिंसा में दो भाजपा कार्यकर्ता और मिश्रा के ड्राइवर की मौत हो गई. सूत्रों ने News18 को बताया कि आशीष मिश्रा तिकुनिया में नहीं बल्कि उनके गांव बनवीरपुर में थे. यह साबित करने के लिए बचाव पक्ष टाइमलाइन तैयार कर रही है.
इस मामले में डिफेंस टीम के सूत्रों ने कहा कि वीडियो स्थानीय लोगों के मोबाइल फोन से लिए गए थे जो अजय मिश्रा के गांव में एक कुश्ती कार्यक्रम में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि आसपास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज भी जुटाए गए हैं. एक सूत्र ने News18 को बताया, ‘जहां भी आधिकारिक फोटोग्राफरों द्वारा लिए गए फोटो और वीडियो की कमी है, हम इसे मोबाइल और सीसीटीवी वीडियो से भर रहे हैं, ताकि यह साबित हो सके कि आशीष मिश्रा पूरे आयोजन के समय बनवीरपुर में थे.’
वहीं, किसानों का आरोप है कि जब एसयूवी ने किसानों को कुचला तो आशीष मिश्रा उसमें मौजूद थे, जबकि आशीष मिश्रा और उनके पिता ने दावे से इनकार किया है. पुलिस जांच से पता चलता है कि अपराध 3 अक्टूबर को दोपहर 2:30 से 3:30 बजे के बीच हुआ था. जो तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं उसमें आशीष मिश्रा को बनवीरपुर में मंच पर दोपहर 2:02, 3:47 और शाम 4 बजे दिखाया जा रहा है. हालांकि, डिफेंस टीम के सूत्रों का दावा है कि मोबाइल फोन वीडियो भी बनवीरपुर में दोपहर 3:01, 3:08 बजे और 3:28 बजे आशीष की मौजूदगी की पुष्टि करते हैं.
सूत्र ने कहा, ‘आशीष मिश्रा की बेगुनाही साबित करने के लिए इन वीडियो को पुलिस के सामने पेश किया जाएगा.’ आशीष मिश्रा के वकील जिन अतिरिक्त सबूतों को उजागर कर रहे हैं, वह लाइसेंसी हथियार है जो मिश्रा के पास है. मौके पर 315 बोर के हथियार के कारतूस मिले हैं. आशीष मिश्रा के पास लाइसेंसी पिस्टल है, जिसका इस्तेमाल सालों से नहीं हुआ है. हम इसे फोरेंसिक जांच के लिए जमा करने को तैयार हैं.’ मिश्रा के खिलाफ मामले की जांच कर रहे डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने कहा था कि घटना के समय मंत्री का बेटा अपने ठिकाने का सबूत पेश करने में विफल रहा था. मिश्रा की गिरफ्तारी की पुष्टि करने से पहले अधिकारी ने कहा था, ‘उन्हें टालमटोल किया जा रहा है.’पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
Source link