David Warner wants to play ashes series in 2024 but out of form may played last test in india retirement | IND-AUS टेस्ट सीरीज के बीच इस दिग्गज ने किया रिटायरमेंट का ऐलान! अचानक लिया फैसला

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India vs Australia Test, David Warner Statement: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज खेली जा रही है. इस सीरीज में टीम इंडिया ने 2-0 की बढ़त बनाई हुई है. इंदौर में एक मार्च से सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच खेला जाना है. इससे पहले ही ऑस्ट्रेलिया के एक दिग्गज खिलाड़ी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपनी चाहत बता दी है कि आखिर वह कब तक खेलना चाहते हैं. हालांकि कुछ का मानना है कि वह अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच खेल चुके हैं.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
AUS के इस दिग्गज का बड़ा बयान
खराब फॉर्म से जूझ रहे ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर ने गुरुवार को कहा कि अगर चयनकर्ता उनके टेस्ट करियर को खत्म करने का फैसला करते हैं तो वह 2024 तक सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलना चाहते हैं. कोहनी में फ्रैक्चर के कारण भारत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम दो मैच से बाहर होने के बाद वॉर्नर गुरुवार को सिडनी पहुंचे. वॉर्नर भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट में रन बनाने के लिए जूझते दिखे और तीन पारियों में 1, 10 और 15 रन ही बना पाए.
दिल्ली टेस्ट में बल्लेबाजी नहीं कर पाए थे वॉर्नर
कनकशन (सिर में चोट लगने के कारण बेहोशी जैसी स्थिति) के कारण बाहर होने के कारण वह दिल्ली में दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में बल्लेबाजी नहीं कर पाए थे. उन्होंने सिडनी एयरपोर्ट पर पत्रकारों से कहा, ‘मैंने हमेशा से कहा है कि मैं 2024 तक खेलना चाहता हूं. अगर चयनकर्ताओं को लगता है कि मैं टीम (टेस्ट) में जगह बनाने का हकदार नहीं हूं तो कुछ नहीं किया जा सकता. मैं सफेद गेंद का क्रिकेट खेलने का प्रयास कर सकता हूं.’ बाएं हाथ के इस 36 वर्षीय बल्लेबाज को खराब फॉर्म के बावजूद इस साल एशेज दौरे की टीम में जगह बनाने की उम्मीद है.
खेल चुके हैं आखिरी टेस्ट?
बहुत से लोगों का मानना है कि वॉर्नर अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच दिल्ली में खेल चुके हैं. यह इसलिए भी सच लग रहा है कि वॉर्नर खुद ही ये कह रहे हैं कि अगर सेलेक्टर्स को उन्हें रेड-बॉल क्रिकेट फॉर्मेट में नहीं खिलाना है तो वह क्या कर सकते हैं. वॉर्नर ने आगे कहा, ‘मेरे पास अगले 12 महीने हैं, टीम को काफी क्रिकेट खेलना है और अगर मैं रन बनाना जारी रखता हूं और टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता हूं तो टीम में अपनी जगह बना सकूंगा. यह टीम के लिए शानदार होगा. जब आप 36 साल के होते हैं और 37 के होने वाले होते हैं तो (आलोचकों के लिए) आसानी होती है. मैंने पूर्व खिलाड़ियों के साथ भी ऐसा देखा है.’
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