अगर आप रोज 7 घंटे से कम सोते हैं, तो सावधान हो जाइए! नींद की कमी सिर्फ थकान और चिड़चिड़ापन ही नहीं बढ़ाती, बल्कि दिमाग, दिल और इम्यून सिस्टम पर भी खतरनाक असर डालती है. लगातार कम सोने से याददाश्त कमजोर, वजन तेजी से बढ़ना, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.
इतना ही नहीं, यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकती है, जिससे तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. तो अगर आपकी नींद भी पूरी नहीं हो रही है, तो जानिए इससे होने वाले डरावने बदलाव और इसे सुधारने के आसान उपाय!
1. दिमाग पर बुरा असरनींद पूरी न होने से दिमाग सही से काम नहीं कर पाता, जिससे याददाश्त कमजोर होने लगती है. लंबे समय तक कम नींद लेने से ब्रेन फॉग, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी और डिमेंशिया जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है.
2. मोटापा और बढ़ता वजनकम सोने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर में फैट तेजी से जमा होने लगता है. साथ ही, नींद की कमी से भूख बढ़ाने वाले हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है और भूख कम करने वाला हार्मोन घट जाता है, जिससे बार-बार खाने की इच्छा होती है और मोटापा बढ़ता है.
3. दिल की बीमारियों का खतराजो लोग 7 घंटे से कम सोते हैं, उनमें हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी का खतरा ज्यादा होता है. नींद की कमी से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक की संभावना ज्यादा हो जाती है.
4. कमजोर इम्यूनिटीनींद शरीर की रिपेयरिंग प्रोसेस का अहम हिस्सा होती है. पर्याप्त नींद न लेने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे शरीर आसानी से वायरल इंफेक्शन, फ्लू और अन्य बीमारियों की चपेट में आ जाता है.
5. मानसिक तनाव और डिप्रेशननींद की कमी से स्ट्रेस हार्मोन (कॉर्टिसोल) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे तनाव, चिंता और डिप्रेशन होने की संभावना बढ़ जाती है. लंबे समय तक कम नींद लेने से मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन भी बढ़ सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.