Covid Infection: दोबारा कोरोना संक्रमित होने के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं और हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि ऐसे मामलों की अधिकतम संख्या ओमिक्रोन टाइप के कोरोना संक्रमण के दौरान देखी गई है. लेकिन क्या दोबारा कोरोना संक्रमित होना पहले के के संक्रमण से ज्यादा गंभीर है? इसका कोई सीधा जवाब नहीं है. इसका यह मतलब है कि दोबारा संक्रमण या तो हल्का हो सकता है या पहले की तुलना में गंभीर हो सकता है. गंभीरता की डिग्री इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितनी बार दोबारा संक्रमित हुए हैं, आप कितनी जल्दी दोबारा संक्रमित हुए और आपको वैक्सीन लगवाएं कितना समय हो गया है.
हालांकि 100 प्रतिशत तो नहीं, बल्कि पिछला संक्रमण और टीकाकरण कुछ हद तक आपकी रक्षा कर सकता है यदि आप हाल ही में एक कोरोना संक्रमण से उबरे हैं, तो संभावना है कि आपका शरीर भविष्य के रोगजनकों पर नजर रखेगा और इससे लड़ेगा. विशेषज्ञों के अनुसार, यह संक्रमण से जुड़ी गंभीरता की संभावना को कम कर सकता है.
पहले वेरिएंट के मुकाबले ओमिक्रोन घातक नहींओमिक्रॉन और इसके उप-प्रकार आमतौर पर पिछले कोविड वेरिएंट की तुलना में कम गंभीर लक्षण पैदा करते हैं. ओमिक्रॉन के नेतृत्व वाले कोरोना संक्रमण की जो तीसरी विशाल लहर थी, उसमें कम गंभीर मामले देखे गए. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस दावे का समर्थन किया है कि ओमिक्रॉन ज्यादा खतरनाक नहीं है.
दोबारा संक्रमण के हल्के लक्षण क्या है?गले में खराश, सिरदर्द, थकान, खांसी, नाक बंद होना और मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण आमतौर पर ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण होने वाले संक्रमण में देखे जाते हैं. ये लक्षण किसी व्यक्ति में दिनों और हफ्तों तक रह सकते हैं.
किन्हें है ज्यादा खतरा?कोरोना के हल्के वेरिएंट के दावों के साथ, कुछ ऐसे लोगों हैं, जिन्हें गंभीर कोरोना होने का खतरा है. जो लोग अधिक उम्र के हैं, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है या फिर कोई बीमारी है तो कोरोना के कारण गंभीर स्थिति विकसित होने का अधिक खतरा होता है.
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