Commonwealth Games 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में शुक्रवार को भी भारतीय खिलाड़ियों का तगड़ा प्रदर्शन जारी है. अबतक भारत के वेटलिफ्टों, बॉक्सरों ने और बैडमिंटन खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया है. अब भारतीय पहलवानों ने भी अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया है. भारत के कई पहलवान एक साथ कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में पहुंच गए हैं.
भारतीय पहलवानों का कमाल
भारत के कई दिग्गज पहलवानों ने फाइनल तक का सफर तय कर लिया है. साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, दीपक पूनिया और अंशू मलिक फाइनल में पहुंच चुके हैं. इसी के साथ भारत के कुछ ही घंटों में 4 और मेडल पक्के हो गए हैं. रियो ओलंपिक की कांस्य पदक साक्षी मलिक ने कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में जगह बना ली है और अब उनसे पूरे देश को गोल्ड मेडल की उम्मीद है. बता दें कि साक्षी लंबे समय के बाद किसी इंटरनेशनल मेडल को अपने नाम करेंगी क्योंकि अब उनका कम से कम सिल्वर मेडल पक्का हो चुका है.
बजरंग-दीपक के भी मेडल पक्के
भारत के लिये शुक्रवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया और दीपक पूनिया ने पुरूष वर्ग में फाइनल में पहुंचकर पदक पक्के किए. गत चैम्पियन बजरंग पूनिया 65 किग्रा वर्ग में इंग्लैंड के जॉर्ज रैम पर 10-0 की जीत से आसानी से फाइनल में जगह बनायी, जहां उनका सामना कनाडा के लाचलान मैकगिल से होगा. पहलवान दीपक पूनिया ने फ्रीस्टाइल 86 किग्रा में कनाडा के एलेक्जेंडर मूर को 3-1 से पराजित करके फाइनल में स्थान पक्का किया. वह स्वर्ण पदक के मुकाबले में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम के सामने होंगे.
अंशु मलिक भी फाइनल में
अंशु मलिक 57 किग्रा में श्रीलंका की नेथमी पोरूथेाटागे पर तकनीकी श्रेष्ठता से 10-0 की जीत से फाइनल में पहुंच गईं. दिव्या काकरान हालांकि फ्रीस्टाइल 68 किग्रा क्वार्टरफाइनल में नाईजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से तकनीकी श्रेष्ठता (0-11) से हार गईं जिससे वह रेपेशाज में चुनौती पेश करेंगी. मोहित ग्रेवाल साइप्रस के एलेक्सियोस काओस्लिडिस को हराकर 125 किग्रा फ्रीस्टाइल के सेमीफाइनल में पहुंचे लेकिन उन्हें कनाडा के अमरवीर धेसी से 2-12 से हार का सामना करना पड़ा जिससे वह रेपेशाज में कांस्य पदक के मुकाबले में जमैका के आरोन जॉनसन से भिड़ेंगे.
बजरंग ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मौरिशस के जीन गुलियाने जोरिस बांडोऊ को महज एक मिनट में पटखनी देकर सेमीफाइनल में पहुंचे. उन्हें क्वार्टरफाइनल में पहुंचने में दो मिनट से भी कम समय लगा. उन्होंने शुरुआती दौर में नौरू के लोवे बिंघम को गिराकर आसान जीत दर्ज की. बजरंग ने एक मिनट अपने प्रतिद्वंद्वी को समझने में लिया और फिर ‘जकड़ने’ की स्थिति से अचानक बिघंम को पटक कर मुकाबला खत्म कर दिया. बिंघम को इस अचानक से हुए दांव का पता नहीं चला और भारतीय पहलवान आसानी से जीत गया.