Covid-19: कोरोना के दौर को लोग भूले नहीं हैं. कई दवाएं और बूस्टर डोज तक आईं. कोरोना महामारी का दौर तो खत्म हो गया लेकिन इसके वेरिएंट अब भी म्यूटेशन के कारण अलग-अलग रूपों में दुनिया के देशों में देखने को मिलते रहते हैं. इसलिए वैज्ञानिक भी इसके खिलाफ नई वैक्सीन की खोजों में लगे रहते हैं. इसी सिलसिले में वैज्ञानिकों ने एक नई वैक्सीन को खोजने का दावा किया है. इसमें खास बात ये है कि ये वैक्सीन जितनी कोरोना वायरस के लिए कारगर होगी उतनी ही आम फ्लू और सामान्य सर्दी के इलाज में भी कारगर होगी.
इस यूनिवर्सल वैक्सीन को स्क्रिप्स रिसर्च और कैमिस्ट्री के एक प्रोफेसर ची-ह्ये वांग ने विकसित किया है. उनकी टीम अपने अध्ययन के नतीजे एसीएस स्प्रिंग 2025 डिजिटल मीटिंग में पेश करेगी.
दरअसल कोरोना वायरस, शुगर की कोटिंग में छिपकर शरीर की प्रतिरोधी क्षमता से बच जाता है. ये नई वैक्सीन कोरोना वायरस और शुगर को ही लक्षित करेगी. अमेरिकन केमिकल सोसाइटी स्टेट्स ने अपनी प्रेस रिलीज में इस वैक्सीन को लेकर ये दावा किया है. इसमें कहा गया कि शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस के प्रोटीन वाले हिस्से को निशाना बनाया. इस हिस्से का आमतौर पर वायरस के रूप बदलते वक्त म्यूटेशन नहीं होता. लिहाजा इस जगह मौजूद शुगर के मॉलीक्यूल को ये वैक्सीन नष्ट कर देती है. इस कारण वायरस को खत्म करने के लिहाज से एंटीबॉडीज प्रभावी हो जाती हैं.
इस वैक्सीन के बारे में वांग ने कहा कि ये एक प्रभावी वैक्सीन है जो एक से अधिक कोरोना वायरस को एक ही समय में टारगेट करने की क्षमता रखती है. लिहाजा इसके सिंगल शॉट को लेने से कई संक्रामक एजेंटों पर हमला किया जा सकता है. यानी इससे कोरोना के साथ ऐसे कई वायरस का एक ही टाइम पर खात्मा भी किया जा सकता है जो फ्लू, सर्दी को भी उत्पन्न करते हैं. इसकी एक अन्य खासियत ये भी है कि इस वैक्सीन को बाद में अपडेट करने की जरूरत भी नहीं है.