लखनऊ. देश में कोयले की किल्लत (Coal Crisis) के चलते बिजली उत्पादन पर संकट बरकरार है. उत्तर प्रदेश भी लगातार इस परेशानी से जूझ रहा है. स्थिति ये है कि बिजली की उपलब्धता और मांग में संतुलन बनाए रखने के लिए यूपी को एनर्जी एक्सचेंज के तहत बेहद महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है. स्थिति ये है कि बिजली खरीद की ये कीमत 17 रुपए प्रति यूनिट तक पहुंच गई है. खुद ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी है और साथ ही लोगों से अपील की है कि बिजली का अनावश्यक इस्तेमाल न करें, ताकि गांवों और गरीबों तक भी बिजली पहुंच सके.
ऊर्जा मंत्री लगातार विद्युत आपूर्ति की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने यूपीपीसीएल के चेयरमैन सहित सभी डिस्कॉम के एमडी को निर्देश दिया है कि प्रदेश में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में शाम 6 बजे से सुबह 7 बजे तक बिजली की निर्बाध आपूर्ति हो. ये सुनिश्चित करें.
इसके साथ ही ऊर्जा मंत्री ने यूपी की जनता से अपील भी की है. उन्होंने ट्वीट किया है, “प्रिय उपभोक्ता, रात्रिकालीन निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु सरकार 17 रुपये प्रति यूनिट की महंगी बिजली खरीद रही है. अनावश्यक विद्युत उपकरणों का प्रयोग न कर, बिजली बचाएं ताकि गांव व गरीब को भी पर्याप्त बिजली मिले.”
इस दौरान ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने बिजली की कमी को लेकर विपक्ष पर भी बेवजह की सियासत करने का आरोप भी लगाया है. उन्होंने ट्वीट किया है कि यूपी सरकार प्रदेश में पूर्व की सरकारों की तुलना में 10,000 मेगावाट ज्यादा बिजली आपूर्ति कर रही है. पहले चुनिंदा जिलों को ही बिजली मिलती थी, अब पूरे प्रदेश को बिना भेदभाव एकसमान बिजली आपूर्ति की जा रही है इसलिए विपक्ष बेवजह राजनीति न करे.
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का ट्वीट
UP: ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट कर जनता से अपील की है.
बता दें बिजली खरीद की दर सामान्य दिनों में छह रुपये से भी कम रहती है. लेकिन अब ये 17 रुपए तक पहुंच रही है.
ऊर्जा मंत्री ने बुधवार को गोमती नगर स्थित स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर पहुंचकर विद्युत आपूर्ति की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सरकार कटौती मुक्त आपूर्ति को लेकर बेहद गंभीर है. बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराएं.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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