Cigarette Baba: यहां चादर नहीं सिगरेट चढ़ाने से पूरी होती हैं सभी मुरादें! दिलचस्प है इस मजार की कहानी

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Cigarette Baba: यहां चादर नहीं सिगरेट चढ़ाने से पूरी होती हैं सभी मुरादें! दिलचस्प है इस मजार की कहानी



रिपोर्ट – अंजलि सिंह राजपूत
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मूसाबाग पैलेस के पास एक ऐसी मज़ार है, जहां चादर नहीं सिगरेट चढ़ाई जाती है. मान्यता है कि जो भी अपनी परेशानियों को यहां लेकर आता है और बाबा को सिगरेट चढ़ाता है, उसकी मुरादें सिगरेट बाबा पूरी कर देते हैं. इसके अलावा इस मज़ार को गोरा बाबा और कप्तान शाह बाबा भी कहते हैं. आपको हैरानी होगी कि यहां न सिर्फ लखनऊ बल्कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न ज़िलों से लोग सिगरेट चढ़ाने पहुंचते हैं. महिला हो या पुरुष, सभी यहां मुराद पूरी होने पर भी सिगरेट चढ़ाते हैं.
इतिहासकारों का कहना है कि कैप्टन फ्रेड्रिक वेल्स ब्रिटिश सेना में कैप्टेन थे. 21 मार्च 1858 को मूसा बाग में अंग्रेजों और अवध के स्वंत्रता सेनानियों के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें ब्रिटिश सैनिकों ने जीत तो ज़रूर हासि‍ल की, लेकि‍न कैप्टन वेल्स की मौत हो गई. बाद में उनकी कब्र बनवाई गई. इस मज़ार के ऊपर एक पत्थर भी लगा हुआ है, जिस पर कैप्टन का नाम मौत की तारीख लिखी है. यानी ब्रिटिश सेना के कप्तान की इस मज़ार के आगे हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग मुराद मांगते हैं.
चूंकि वेल्स सिगरेट का बहुत शौकीन था, यही वजह है कि यहां सिगरेट चढ़ाई जाती है. यहां के सेवक मिश्रीलाल ने बताया कि सिगरेट के अलावा ज़िंदा मुर्गा, पका मुर्गा, शराब, सिगरेट, बिस्किट और ब्रेड के साथ ही फूल और मिठाई भी यहां चढ़ती है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को यहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है जबकि न्यू इयर और क्रिसमस पर यहां कदम रखने की जगह नहीं होती.

प्रेमी जोड़ों के बीच है मशहूर

ऐसा कहते हैं जिस प्रेमी जोड़े की शादी न हो रही हो, वो यहां आकर सिगरेट चढ़ाएं तो उनकी शादी हो जाती है. प्रेमी जोड़े यहां अक्सर सिगरेट चढ़ाते देखे जाते हैं. इस मज़ार तक पहुंचने का रास्ता भी जानिए. बालागंज चौराहा से आपको हरिनगर चौराहा आना होगा. इसके बाद मूसाबाग पैलेस पहुंचते ही दो रास्ते आपको नज़र आएंगे. एक मूसाबाग पैलेस के अंदर से होकर गया है जबकि दूसरा पीछे एक दरगाह की तरफ से. यहां पहुंचने के लिए आपको ई-रिक्शा आसानी से मिल जाएगा. यहां दिए गए गूगल मैप से भी आप लोकेशन पा सकते हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: History, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : November 11, 2022, 11:57 IST



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