Chitrakoot News : इन मराठाकालीन इमारतों में आज भी मौजूद हैं बावली और कुएं, जानिए इनकी कहानी

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Chitrakoot News : इन मराठाकालीन इमारतों में आज भी मौजूद हैं बावली और कुएं, जानिए इनकी कहानी



रिपोर्ट- धीरेन्द्र शुक्ला

चित्रकूट. जनपद चित्रकूट में वैसे तो कई एतिहासिक महत्व वाले दार्शनिक स्थल हैं, साथ ही इसे बुंदेलखंड का सबसे पिछड़ा इलाका कहा जाता है. इस चित्रकूट की कहानी मराठों से जुड़ी हुई है. मराठा कालीन कई ऐसी इमारत है जिसमें बावली और कुएं बनाए गए थे. आज एक ऐसी ही बावली और कुएं का हम जिक्र कर रहे हैं. जिसमें मस्तानी और राजाओं की रानियां स्नान किया करती थीं.

कहते हैं कि मस्तानी पैसे से नृत्य करने वाली महिला थी. लेकिन तलवारबाजी में वह जबरदस्त जयपुर निपुण थी. यही वजह थी मराठा कालीन बाजीराव पेशवा से उन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ मदद मांगी. यह बुंदेलखंड की वह महिला थी जिसने अपनी तलवार के दम पर अंग्रेजों को सबक भी सिखाया था. लेकिन एक ऐसा वक्त आया मस्तानी को पेशवा बाजीराव के पास मदद के लिए जाना पड़ा और अंग्रेजो के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया. इसी दौरान मराठा कालीन राजाओं ने बावली और कुएं बनवाए थे. जिसमें उनकी रानियों का अलार्म लगा हुआ करता था.

चित्रकूट में मराठा कालीन इमारत की कहानी

चित्रकूट में ऐसे मराठा कालीन इमारत है जिसमें आज भी बावली और कुआं बना हुआ है. इस बावली और कुएं में राजाओं की रानियां स्नान किया करती थी. यह वही जगह है चित्रकूट के कर्वी तहसील के भैरव पागा रोड के पास या बावली और कुआं स्थित है. बावली और कुएं से लगी हुई जमीनों को पुरातत्व विभाग ने सुरक्षित करके उसका संरक्षण कर रखा है. लेकिन कुछ जगह ऐसी है जहां पर पुरातत्व विभाग की अनदेखी की गई है. ऐसी ही एक बावली और कुआं है जो नदी के किनारे बना हुआ है. उससे लगी हुई जमीनों पर भूमाफिया नजर बिछाए बैठे हैं. वहां पर प्लाटिंग करके अवैध तरीके से जमीनों को बेचने का काम जारी है. ऐसे में सवाल यह है कि आखिर नदी के किनारे बनी हुई मराठा कालीन बावली और कुएं से लगी हुई जमीन में बिना नक्शे के कैसे जमीनों का खरीद फरोख्त का काम जारी है. यानी कि मराठा कालीन इमारतों को सजाकर पुरातत्व विभाग ने नजरअंदाज किया है और आज भी पर्यटक की दृष्टि से बावली और कुए को संजोकर रखे जाएं तो यहां पर पर्यटकों का आना जाना शुरू हो जाएगा.

वरिष्ठ जानकर के बयान

वरिष्ठ जानकर राजू रिछारिया ने बताया कि पर्यटक के लिए प्रशासन ने इन बावली और कुएं को नजरअंदाज करके भू माफियाओं के लिए छोड़ रखा है. यह सवाल वाजिब है क्योंकि इस बावली और कुए से सटी हुई मंदाकिनी नदी है. जिसके किनारे की जमीन अवैध प्लाटिंग करके भू माफिया बेचने का काम कर रहे हैं. आखिर प्रशासन ने इस पर नजर क्यों नहीं डाली या यूं कहें कि प्रशासन को गुमराह करके भूमाफिया अवैध जमीनों का कब्जा करने में लगे हुए हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chitrakoot News, UP newsFIRST PUBLISHED : April 05, 2023, 18:44 IST



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