धीरेन्द्र शुक्ला/चित्रकूट. बुंदेलखंड के चित्रकूट में 100 बेड का मातृ एवं शिशु अस्पताल बनकर तो तैयार हो गया, लेकिन इसकी सुध लेने वाला अभी तक कोई नहीं था. भारत सरकार ने इस पर 100 करोड़ रुपए से अधिक रुपए खर्च किए हैं. वहीं, देखभाल के अभाव में इस बिल्डिंग में दरारें तक आने लगी हैं. इस अस्पताल की शुरुआत हो जाती तो चित्रकूट के लोगों को प्रयागराज, कानपुर और लखनऊ जाना बंद हो जाता. इस बीच चित्रकूट के डीएम अभिषेक आनंद के प्रयास से यह अस्पताल जनता के लिए खुलने वाला है.
मातृ एवं शिशु अस्पताल को कोरोना काल में कोरोना सेंटर बनाया गया था. इसके बाद यहां पर किसी प्रकार का कोई इलाज नहीं होता था. इस पूरे मामले पर चित्रकूट के आलाधिकारी बोलने को तैयार नहीं थे. हालांकि आईएएस अभिषेक आनंद के प्रयास से यह खुलने वाला है. फिलहाल चित्रकूट के लिए यह अस्पताल वरदान साबित होगा. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में जिले में कई गर्भवती महिलाओं की मौत भी हो चुकी है. इसका सबसे बड़ा कारण समय पर इलाज नहीं मिल पाना था. जबकि अस्पताल शुरू होने से गर्भवती महिलाओं को काफी राहत मिलेगी.
कितनी आबादी के बीच है अस्पताल ?चित्रकूट का मातृ शिशु अस्पताल की बिल्डिंग लगभग 4 वर्ष पहले बनकर तैयार हो गई थी. हालांकि अब तक अस्पताल शुरू नहीं हो सकता था. इस अस्पताल के शुरू होने के बाद चित्रकूट की लगभग 4.50 लाख आबादी को फायदा मिलेगा.
आईएएस अफसर ने जनता से किया वादापिछले दिनों चित्रकूट के आईएएस अभिषेक आनंद ने जनता से वादा किया था कि यह अस्पताल 10 मई शुरू हो जाएगा. फिलहाल इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. अस्पताल के अंदर दवाइयों से लेकर इलाज की बेहतर सुविधा मिलेगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chitrakoot News, Health News, UP newsFIRST PUBLISHED : May 08, 2023, 16:21 IST
Source link