अयोध्या: प्रभु राम की नगरी अयोध्या में आस्था के महापर्व छठ को लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है. सुहागिन महिलाएं हाथ में सूप लेकर सरयू के तट पर डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दे रही हैं. लोग छठी माता के जयकारा के साथ प्रभु राम के भी जयकारे लग रहे हैं. इतना ही नहीं प्रभु राम के विराजमान होने के बाद पहली बार अयोध्या में छठ महापर्व का आयोजन हुआ है जिसको लेकर एक अलग ही उत्साह महिलाओं में नजर आ रहा है. महिलाएं छठी माता के साथ प्रभु राम की भी पूजा आराधना कर रही हैं.अयोध्या की सड़कों से लेकर सरयू के घाट तक छठ माता के जयकारे के साथ महिलाएं घाट पर पहुंचकर डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दे रही हैं और छठी माता से देश की तरक्की उन्नति के लिए प्रार्थना भी की इतना ही नहीं महिलाओं ने कहा, “इस बार छठ महापर्व पर दोगुनी खुशी है एक तरफ प्रभु राम विराजमान हैं तो दूसरी तरफ छठ का महापर्व हम लोग धूमधाम के साथ मना रहे हैं.”श्रद्धालु नंदिनी पांडे ने बताया कि छठ महापर्व का व्रत 5 दिनों का होता है. नहाए खाए के साथ इस पर्व की शुरुआत होती है. उसके बाद 36 घंटे तक कठिन व्रत रखा जाता है. उन्होंने कहा कि वह अपने राष्ट्र के लिए अपने परिवार के लिए यह व्रत करती हैं. उनका कहना है कि महिलाएं छठ महापर्व का व्रत राष्ट्र कल्याण के लिए करती हैं.अंजली ठाकुर ने कहा, “हम लोगों के लिए आज सबसे बडा महापर्व है. बहुत अच्छा लग रहा है. छठ महापर्व में प्रभु राम का उत्साह भी नजर आ रहा है क्योंकि 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद प्रभु राम अपने मंदिर में विराजमान हो चुके हैं. अयोध्या में आज दोगुनी खुशी है. एक तरफ छठ का महापर्व तो दूसरी तरफ प्रभु राम के विराजमान होने की खुशी.FIRST PUBLISHED : November 7, 2024, 21:13 IST