WTC Final 2023: टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल का विवादित कैच लपकने वाले कैमरन ग्रीन और ऑस्ट्रेलियाई टीम की यहां मौजूद भारतीय समर्थकों ने जमकर हूटिंग की. चाय से ठीक पहले स्कॉट बॉलैंड की गेंद पर गिल के शॉट पर गेंद गली में पहुंची जहां ग्रीन ने डाइव लगाकर कैच लपका लेकिन गेंद लगभग जमीन को छू रही थी. गिल ने 18 रन बनाए और रोहित शर्मा के साथ 41 रन की साझेदारी में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
स्टेडियम में हुई कंगारू खिलाड़ियों की हूटिंगचाय के समय भारतीय कप्तान रोहित मैदानी अंपायरों से बात करते हुए पवेलियन लौटे. ग्रीन ने दूसरी बार ऐसा कैच लपका है. पहली पारी में अजिंक्य रहाणे का कैच भी उन्होंने लपका और कैमरे के कुछ एंगल से लग रहा था कि गेंद घास को छू गई है. गिल के कैच के बाद ‘चीट, चीट, चीट’ का शोर गूंज उठा और ग्रीन जब गेंदबाजी के लिये आए तब यह और तेज हो गया.
हरभजन ने भी जमकर लताड़ा
भारत के पूर्व स्पिनर और इस मैच में कमेंटेटर हरभजन सिंह ने कहा, ‘रिप्ले से कोई नतीजा नहीं निकला था. उन्हें उसकी ऊंगलियों पर जूम करना चाहिए था. भारत को यह विकेट महंगा पड़ सकता है.’ बता दें कि आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहे विराट कोहली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप गदा और ऑस्ट्रेलिया के बीच खड़े हैं जबकि भारत को फाइनल जीतकर इतिहास रचने के लिए 280 रन की जरूरत है यानी पांचवें और आखिरी दिन दर्शकों को रोमांचक क्रिकेट की सौगात मिलना तय है.
सस्ते में लौटे रोहित और पुजारा
चौथे दिन का खेल समाप्त होने पर कोहली 60 गेंद में 44 रन बनाकर और अजिंक्य रहाणे 20 रन बनाकर खेल रहे हैं. जीत के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड 444 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने तीन विकेट पर 164 रन बना लिए हैं. टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में सर्वोच्च लक्ष्य 418 रन का रहा है जो सफलतापूर्वक हासिल किया गया जबकि इस मैदान पर 263 रन का रिकॉर्ड है. भारत ने शुभमन गिल (18), कप्तान रोहित शर्मा (43) और चेतेश्वर पुजारा (27) के विकेट गंवा दिए. एक समय पर भारत का स्कोर 31वें ओवर में तीन विकेट पर 93 रन था.
कोहली और रहाणे क्रीज पर जमे
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी आठ विकेट पर 270 रन के स्कोर पर घोषित की. एलेक्स कारी ने 105 गेंद में 66 और मिचेल स्टार्क ने 47 गेंद में 51 रन बनाए. दोनों ने सातवें विकेट के लिए 120 गेंद में 93 रन की साझेदारी की. भारतीयों के लिए राहत की बात यह है कि कोहली और रहाणे को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खेलने में कोई परेशानी नहीं आई. कोहली ने अपनी मजबूत कलाइयों का बखूबी इस्तेमाल करते हुए मिडविकेट और मिडआन पर बेहतरीन शॉट खेले.