अंजू प्रजापति/रामपुर: भाईचारा और गंगाजमुनी अगर रामपुर की पहचान है तो यहां की जुबान में घुले अवधी व्यंजनों का स्वाद यहां की शान है. यहां की जमीन पर शाही खानसामों से निकलने वाली लजीज जायकों की महक दूर तलक जाती है. रामपुरी व्यंजन, जो मुगलई व्यंजनों का एक अभिन्न अंग है. शाही शीरमाल, मुगलाई दावतों का ताज, अपनी मिठास और मलाईदार बनावट के साथ, खाने के शौकीनों के दिलों पर राज करती है.शीरमाल एक ऐसा नाम है, जो नवाबी विरासत और शाही स्वाद की याद दिलाता है.
शहर के हामिद स्कूल रोड के पास हाथी खाना चोराहे पर भाई मुस्तफा शीरमाल वाले की दुकान पर मेरठ का खास तोहफा शाही शीरमाल 18 वर्षों से शहर के लोगों की पसंद बना हुआ है. जिसकी खासियत है कि ये शुद्ध मेवे से तैयार किया जाता है और बहुत कम समय मे बनकर तैयार हो जाता है. यहां आपको तीन तरह के शीरमाल आपको खाने के लिए मिल जाएंगे. इसे जलती गैस के बड़े से चूल्हे पर लोहे के तंदूर में पकाया जाता है.
कैसे बनता है शाही शीरमाल
दुकानदार मोहम्मद वासिद बताते हैं कि शाही शीरमाल मैदा, चीनी, दूध, केसर, देशी घी, बादाम व अन्य कई तरह के मेवों से मिलकर तैयार होता है. बादाम वाला शीरमाल, काजू बादाम वाला शीरमाल और काजू बादाम पिस्ता वाला शीरमाल यहां बनाया जाता है. जिनकी कीमत भी अलग-अलग है, लेकिन आकार की बात करें तो तीनों शीरमाल को एक ही आकार दिया जाता है. बादाम वाला शीरमाल 40 रुपये, काजू बादाम वाला शीरमाल 70 रुपये और काजू बादाम पिस्ता वाला शीरमाल 100 रुपये में बेचा जाता है सुबह दस बजे से रात 12 बजे तक यहां शीरमाल खरीद सकते हैं.
.Tags: Local18, Rampur newsFIRST PUBLISHED : February 25, 2024, 13:32 IST
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