रिपोर्ट – चंदन सैनी
मथुरा. साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण मंगलवार शाम देश भर के कई अलग हिस्सों में अलग-अलग समय पर दिखाई दिया. मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान काशी, अयोध्या और मथुरा समेत देशभर के सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए थे. माना जाता है कि ग्रहण के दौरान पूजा अर्चना या भगवान के दर्शन करना शुभ नहीं होता. लेकिन ब्रज नगरी मथुरा में एक ऐसा भी मंदिर है जिसके कपाट चंद्र ग्रहण के समय भी खुले रहते हैं. क्या आप इस मंदिर के बारे में जानते हैं?
द्वारकाधीश मंदिर में प्रचलित मान्यताओं के उलट सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण, कपाट खुले रहते हैं. NEWS 18 LOCAL से बात करते हुए मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि ग्रहण से तात्पर्य है राक्षसों और ठाकुरों के बीच युद्ध होना. ऐसे में हम अपने आराध्य का किस तरह से समर्थन करेंगे! राक्षसों के खिलाफ युद्ध में सहयोग कर सकें उसके लिए पुष्टिमार्गीय संप्रदाय में ठाकुर जी के दर्शन के लिए मंदिर के कपाट खुले रखने की परंपरा है ताकि भक्त भगवान के साथ बैठकर भजन-कीर्तन कर सकें और परिक्रमा कर उनका सहयोग कर सकें.
मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने यह भी कहा कि 15 दिन में दो ग्रहण पड़े, जो देश के लिए, राजा-प्रजा के लिए किसी के लिए भी लाभदायक नहीं है. ऐसे में ठाकुर जी के दर्शन के लिए मंगलवार को चंद्रग्रहण के चलते भी कपाट खुले हुए थे. तिवारी ने कहा कि सभी भक्तों को ऐसे समय में सबके कल्याण के लिए प्रार्थना करनी चाहिए.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chandra Grahan, Mathura newsFIRST PUBLISHED : November 09, 2022, 08:00 IST
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