कैंसर जैसी घातक बीमारी के खिलाफ लड़ाई में एक पॉजिटिव मोड़ जरूर आया है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में कैंसर से होने वाली मौतों में कमी देखी गई है. लेकिन यह राहत की बात पूरी कहानी नहीं कहती. चौंकाने वाली बात यह है कि महिलाएं और युवा अब कैंसर के बढ़ते खतरे की चपेट में आ रहे हैं.
एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कैंसर से होने वाली मौतों में पिछले कुछ दशकों में लगातार गिरावट देखी गई है. यह मुख्य रूप से एडवांस ट्रीटमेंट, समय पर जांच और तंबाकू सेवन में कमी का परिणाम है. हालांकि, इस सकारात्मक प्रगति के बावजूद, महिलाओं और युवाओं में कैंसर के मामलों और मौतों की दर बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है.
रिपोर्ट के अनुसार, कैंसर से होने वाली कुल मौतों में पिछले 30 वर्षों में लगभग 33% की गिरावट दर्ज की गई है. इसका मतलब है कि कैंसर के कारण लाखों लोगों की जान बचाई जा सकी है. बेहतर मेडिकल टेक्निक (जैसे इम्यूनोथेरेपी और टारगेट थैरेपी) के साथ-साथ जागरूकता अभियानों ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
महिलाओं और युवाओं में बढ़ते मामलेहालांकि, कैंसर से संबंधित कुल मौतों में गिरावट आई है, लेकिन महिलाओं और युवाओं में कैंसर के मामलों की दर में तेजी से वृद्धि हो रही है. विशेष रूप से, स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, और कोलोरेक्टल कैंसर के मामले महिलाओं में बढ़ रहे हैं. युवाओं में, त्वचा कैंसर और फेफड़ों के कैंसर के मामले प्रमुखता से सामने आ रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि बदलती लाइफस्टाइल, जंक फूड का ज्यादा सेवन और तनाव इसका मुख्य कारण हो सकते हैं.
खतरे के संकेतस्वास्थ्य विशेषज्ञ इस वृद्धि को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दे रहे हैं. महिलाओं और युवाओं में कैंसर का जल्दी पता लगाने और उचित इलाज के लिए नियमित जांच अत्यंत आवश्यक है. इसके अलावा, धूम्रपान, शराब का सेवन, और अनहेल्दी डाइट जैसी आदतों को कंट्रोल करना भी महत्वपूर्ण है.
सरकार और जागरूकता का महत्वविशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं और युवाओं में बढ़ते कैंसर मामलों को रोकने के लिए राष्ट्रीय और दुनिया भर में ठोस प्रयासों की आवश्यकता है. जनजागरूकता अभियानों के माध्यम से हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. इसके साथ ही, सरकार को कैंसर जांच केंद्रों की संख्या बढ़ाने और चिकित्सा सेवाओं को सुलभ बनाने पर ध्यान देना चाहिए.