What Is Cadmium Toxicity: जम्मू-कश्मीर में खौफ पैदा करने वाली रहस्यमय बीमारी का राज़ खुल गया है, इसके कारण अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया है कि राजौरी के बड़हाल गांव में मौतों की वजह इंफेक्शन या वायरस नहीं बल्कि टॉक्सिन कैडमियम है. ऐसी रिपोर्ट लखनऊ के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी रिसर्च के वैज्ञानिकों ने दी है. क्या कैडमियम इतना खतरनाक है कि ये लोगों की जान ले सकता है? आइए इसके बारे में डिटेल से समझने की कोशिश करते हैं.
कैडमियम क्या है? कैडमियम (Cadmium) एक हेवी मेटल है, जो प्राकृतिक रूप से मिट्टी, पानी और हवा में पाया जाता है. इसका उपयोग मुख्य रूप से बैटरियों, पेंट्स, प्लास्टिक और धातु-लेपों में किया जाता है. हालांकि, इसका हद से ज्यादा और असुरक्षित संपर्क इंसानों के लिए सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम्स की वजह बन सकता है.
इसकी टॉक्सिसिटी से इंसानों पर पड़ने वाले असरकैडमियम टॉक्सिसिटी खास तौर से 2 तरीकों से इंसानों को प्रभावित करती है, पहला रिस्पिरेटरी सिस्टम, और दूसरा डाइजेस्टिव सिस्टम. जब कैडमियम के कण हवा के जरिए लंग्स में दाखिल होते हैं, तो ये फेफड़ों में सूजन और डैमेज का कारण बन सकता है. लंबे समय तक एक्सपोजर से फेफड़ों का कैंसर और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) होने का खतरा बढ़ जाता है.
किडनी को नुकसानकैडमियम का भोजन या पानी के जरिए सेवन करने से डाइजेशन पर बुरा असर पड़ता है. ये शरीर में जमा होकर किडनी की कार्यक्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे किडनी फेलियर और यूरिनरी सिस्टम से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं. लंबे वक्त तक इसके संपर्क में रहने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिसे “इटाई-इटाई डिजीज” (Itai-itai disease) के रूप में जाना जाता है.
कैसे होती है कैडमियम टॉक्सिसिटी?इसकी टॉक्सिसिटी खास तौर से औद्योगिक प्रदूषण, सिगरेट धुएं और दूषित भोजन के जरिए फैलती है. कैडमियम से बचाव के लिए स्वच्छ पानी और भोजन का सेवन करना, प्रदूषित क्षेत्रों में मास्क पहनना और एनवायरनमेंटल अवेयरनेस बढ़ाना जरूरी है.
कैडमियम टॉक्सिसिटी एक सीरियस एनवायरनमेंटल और हेल्थ कंसर्न है. इसे कंट्रोल करने के लिए सख्त नियम और नीतियों का पालन जरूरी है, ताकि इंसानों और पर्यावरण दोनों को सुरक्षित रखा जा सके. हमें हर वो कोशिश करनी चाहिए जिससे कैडमियम से होने वाले बुरे असर से बचा जा सके.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.