रिपोर्ट- सुमित राजपूत
नोएडा: नोएडा में दर्जनों ऐसे बिल्डर हैं जिन्होंने बायर्स के साथ धोखाधड़ी करके फ्लैट तो बेच दिया लेकिन, तय समय पर उन्हें न तो फ्लैट दे पाए और न ही उनकी मांगे पूरी कर पाए. इसी कड़ी में प्राधिकरण ने अमिताभ कांत की सिफारिश रिपोर्ट के तहत बिल्डर को सहूलियत देते हुए और बायर्स की परेशानी सुलझाने के लिए कदम उठाया. कई बिल्डर्स ने इसका फायदा उठाया और हजारों बायर्स की रजिस्ट्री का रास्ता साफ हुआ. लेकिन अभी भी ऐसे कई बिल्डर हैं जिन्होंने लापरवाही करते हुए नियम को ताक पर रखा. ऐसे आठ बिल्डर्स की लीजडीड प्राधिकरण कैंसल करने जा रहा है. आइए जानते हैं उन बिल्डर के बारे में
न सहमति जताई और न ही सामने आए, अब होगी संपति सीलआपको बता दें कि नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाली कुल 57 बिल्डर परियोजना हैं. इन पर 28 हजार करोड़ का बकाया था. बकाया जमा कराने और बायर्स की रजिस्ट्री के लिए कैबिनेट ने अमिताभ कांत की सिफारिश लागू की. 22 बिल्डर ने सिफारिश के तहत कुल बकाया का 25 प्रतिशत यानी 302.32 करोड़ जमा करा दिया और इस योजना का लाभ उठाया. इसी के तहत अब तक 1,148 बायर्स की रजिस्ट्री की जा चुकी है. वहीं 14 ऐसे बिल्डर हैं जिन्होंने अपनी सहमति जताई है लेकिन बकाया जमा नहीं कराया है. जबकि 15 बिल्डर वो हैं जिन्होंने कुछ पैसा जमा किया है. हालांकि 8 ऐसे बिल्डर हैं जिन्होंने न तो सहमति दी और न ही वो सामने आए.
ये कंपनी जांच कर प्राधिकरण को देगी संपत्ति का ब्योरादरअसल, उन्हीं आठ बिल्डर के खिलाफ नोएडा प्राधिकरण जल्द ही एक्शन लेने की तैयारी में जुटा है. इन सभी को प्राधिकरण की तरफ से नोटिस जारी किया जा चुका है. आपको बता दें कि प्राधिकरण की ओर से सलाहकार कंपनी इन बिल्डर की अनसोल्ड इन्वेंट्री और संपत्ति की जांच कर रही है. जिनको जल्द ही सील कर दिया जाएगा और फिर उसी सील संपति को नीलाम करके बकाया वसूला जाएगा. इन आठ बिल्डर पर 1,171.94 करोड़ रुपए बकाया है. इन बिल्डर को पहले फेज में मात्र 25 प्रतिशत यानी 251.40 करोड़ जमा करना था. अगर ये जमा कर देते तो 533 बायर्स की रजिस्ट्री का रास्ता साफ हो जाता. जबकि पूरा 1171.94 करोड़ जमा करने पर 2123 बायर्स की रजिस्ट्री हो जाती.
किस बिल्डर्स पर कितना बकायाएमपीजी रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड पर 38.92 करोड़, एजीसी रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड पर 20.80 करोड़ बकाया, मनीषा कीबी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड 0.38 करोड़ बकाया, लीज प्राइम 659.92 करोड़, आरजी रेजिडेंसी 170 करोड़ बकाया, गार्डेनिया इंडिया लिमिटेड 111.84 करोड़ बकाया, फ्यूटेक शेल्टर प्राइवेट लिमिटेड 114.71 करोड़ बकाया है. यह प्राधिकरण की धनराशि है.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 20:45 IST