Fruit for brain health: दिमाग हमारे शरीर के सबसे अंगों में से एक है. ऐसे में दिमाग की सेहत अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे शरीर का नियंत्रण केंद्र है, जो विभिन्न शारीरिक कार्यों के कॉर्डिनेशन और रेगुलेटिंग के लिए जिम्मेदार है. अच्छे खानपान, व्यायाम, योग और मेडिटेशन की मदद से दिमाग की सेहत अच्छा रखा जा सकता है. मार्केट में ऐसे कई फल मिल जाते हैं, जो दिमाग की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. इन्हीं में से एक फल है स्ट्रॉबेरी.
एक अध्ययन में यह बात पता चली ली है कि स्ट्रॉबेरी का रोजाना सेवन करने से खासतौर पर बुजुर्गों के मस्तिष्क का विकास होता है. इसके अलावा इसमें मौजूद एटीऑक्सीडेंट से ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित किया जा सकता है. सैन डिएगो स्टेट यूनिवर्सिटी में किए गए शोध में 66 से 78 वर्ष तक की आयु के स्वस्थ महिला और पुरुषों को शामिल किया गया. इसमें प्रतिभागियों को 26 ग्राम सूखे स्ट्रॉबेरी पाउडर का सेवन करने को कहा गया, जो प्रतिदिन स्ट्रॉबेरी की दो सर्विंग के बराबर था. इस पाउडर का सेवन प्रत्येक को आठ सप्ताह तक कराया गया. स्ट्रॉबेरी के सेवन के बाद, मस्तिष्क के विकास में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.सैन डिएगो स्टेट यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ एक्सरसाइज एंड न्यूट्रिशन साइंसेज के प्रोफेसर शिरीन होशमंद ने कहा कि अध्ययन से पता चला कि स्ट्रॉबेरी के सेवन से विशेषकर बुजुर्गों को लाभ होता है. अध्ययन में बताया गया कि स्ट्रॉबेरी कई बायोएक्टिव यौगिकों का सोर्स होता है.
स्ट्रॉबेरी खाने के अन्य फायदे
वेट लॉस: स्ट्रॉबेरी में कम कैलोरी होती है और इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है.
डायबिटीज कंट्रोल: स्ट्रॉबेरी में कम शक्कर होती है और इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है.
डायजेस्टिव सिस्टम: स्ट्रॉबेरी में मौजूद फाइबर डायजेस्टिव सिस्टम को सुधारने में मदद करता है और कब्ज की समस्या से राहत देता है.
बूस्ट इम्यूनिटी: स्ट्रॉबेरी में विटामिन C और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स की मौजूदगी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती है, जिससे बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है.
दिल की सेहत: स्ट्रॉबेरी में नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स, पोटैशियम और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो दिल को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)