Corpse Pose: शरीर को फिट और मन को शांत रखने के लिए योग करना बेहद जरूरी है. वैसे तो अधिकतर आसन करना मुश्किल होता है, लोकिन कुछ योगासन ऐसे भी होते हैं, जिन्हें करना एकदम आसान होता है. इसके साथ ही आपको इन योगासनों से कमाल के फायदे भी मिलते हैं. इन्हीं में से एक है शवासन (Corpse Pose) इसके नियमित अभ्यास से आप कई रोगों से दूर रह सकते हैं.
क्या है शवासन’शवासन’ शब्द दो अलग शब्दों यानी कि ‘शव’ (corpse) और ‘आसन’ से मिलकर बना है. ‘शव’ का शाब्दिक अर्थ होता है मृत देह, जबकि आसन का अर्थ होता है ‘मुद्रा’ या फिर ‘बैठना’. ये आसन देखने में बेहद सरल लगता है, लेकिन इसमें सिर्फ लेटना ही नहीं होता है बल्कि अपने मन की भावनाओं और शरीर की थकान दोनों पर एक साथ नियंत्रण पाना होता है.
शवासन करने की विधि? (How to do Shavasana)
सबसे पहले अपनी पीठ के बल योगा मैट पर लेट जाएं और आंखें बंद कर लें.
ध्यान रहे कि आपके पैर पूरी तरह से फैले हों और घुटने, पंजे, टखने, हथेली आदि विश्राम की स्थिति में हों.
हाथों को शरीर के पास रखें, लेकिन शरीर से छूने न दें और हथेलियां आसमान की तरफ रखें.
अब 4-5 बार गहरी और लंबी सांस लें.
इसके बाद अपना ध्यान सांस पर केंद्रित करने की कोशिश करें और सांस को जितना हो सके धीमा कर लें.
इस स्थिति में 5 से 10 मिनट तक रहें.
जब आपको आराम महसूस होने लगे, तो वापिस सांस को सामान्य कर लें और सीधी करवट लेते हुए बैठ जाएं.
आंखों को एकदम न खोलें. बल्कि धीरे-धीरे खोलें.
शवासन के फायदे
सिरदर्द और अनिद्रा से राहत दिलाने के लिए शवासन करने की सलाह दी जाती है.
ये आसन अधिक परिश्रम वाले योगासन के बाद शरीर को आराम पहुंचाने के लिए किया जा सकता है.
शवासन करने से अस्थाई चिंता व तनाव से राहत पाई जा सकती है.
अगर आप ऑफिस या बाहर की थकान मिटाना चाहते हैं, तो भी शवासन काफी फायदेमंद है.
ये आसन फोकस और याद्दाश्त बढ़ाने में मदद करता है.
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
डिस्क्लेमरः इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.
सावधानियांअगर आपकी कमर से नीचे की मसल्स या हैमस्ट्रिंग्स (जांघ की मांसपेशियां) सख्त हैं, तो शवासन के अभ्यास से आपको कुछ ही समय में कमर दर्द की समस्या हो सकती है, इस स्थिति से बचने के लिए शवासन करते समय टांगों को हल्का सा उठा लें.