नई दिल्ली: टीम इंडिया का एक खिलाड़ी बिना किसी कारण के टीम से अंदर-बाहर हो रहा है, जिसके बाद BCCI और भारतीय क्रिकेट टीम के सेलेक्टर्स पर सवाल उठ रहे हैं. हाल ही में BCCI ने भारत और श्रीलंका के बीच चल रही 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के बीच में ही एक खिलाड़ी को अचानक टीम इंडिया से बाहर कर दिया. BCCI ने इस खिलाड़ी पर बिल्कुल भी रहम नहीं दिखाया और तुरंत ही भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया. बता दें कि भारत और श्रीलंका के बीच दूसरा टेस्ट मैच कल यानी 12 मार्च से बेंगलुरु में खेला जाएगा. ये टेस्ट मैच डे नाइट फॉर्मेट में पिंक बॉल से खेला जाएगा.
टीम इंडिया ने इस खिलाड़ी पर नहीं दिखाया रहम
टीम इंडिया के इस खिलाड़ी की किस्मत बेहद खराब है. इस खिलाड़ी को न कभी विराट कोहली के कप्तान रहते हुए टीम इंडिया में ज्यादा मौके दिए गए और न ही अब रोहित शर्मा कप्तान बनने के बाद इस खिलाड़ी को कोई ज्यादा भाव दे रहे हैं. इस खिलाड़ी का शानदार करियर अब रोहित शर्मा बेंच पर बैठाकर ही खत्म करते जा रहे हैं. पूर्व कप्तान विराट कोहली और पूर्व कोच रवि शास्त्री भी अपने राज में इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में जगह देने से कतराते थे. भारत और श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में भी कप्तान रोहित शर्मा ने इस खिलाड़ी को पूछा तक नहीं. इस खिलाड़ी का आधा करियर बेंच पर बैठकर ही बर्बाद हो रहा है और कोई भी उसे मौका नहीं दे रहा है.
रोहित खत्म कर रहे इस शानदार खिलाड़ी का करियर
एक समय ऐसा था जब टीम इंडिया में इस खिलाड़ी उसकी सबसे मजबूत कड़ी माना जाता था, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद ऐसा टर्निंग प्वाइंट आया जिससे इस खिलाड़ी के करियर की उल्टी गिनती शुरू हो गई. महेंद्र सिंह धोनी के बाद जब विराट कोहली कप्तान बने तो इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में बेहद कम मौके दिए गए. अब रोहित शर्मा जब कप्तान बने तो उन्होंने भी इस खिलाड़ी को कोई भाव तक नहीं दिया. टीम इंडिया के खतरनाक चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव को रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया. जबकि हर कोई ये उम्मीद कर रहा था कि कुलदीप यादव को मौका देकर रोहित शर्मा उनका करियर बचाएंगे.
रोहित शर्मा पर भी उठ रहे सवाल
रोहित शर्मा ने कुलदीप यादव को मौका नहीं देकर विराट कोहली वाली गलती की है. माना जाता है कि विराट कोहली भी कुलदीप यादव को अपनी टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल करने से कतराते थे. रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा और ऑफ स्पिनर जयंत यादव को मौका दिया. कुलदीप यादव को मौका नहीं देने को लेकर रोहित शर्मा पर भी सवाल उठ रहे हैं.
कोहली और शास्त्री भी थे इस खिलाड़ी के दुश्मन!
रोहित शर्मा के कप्तानी संभालने से पहले तक जब भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली और रवि शास्त्री का राज चल रहा था, तो इस कुलदीप यादव का करियर लगभग बर्बाद हो रहा था. कुलदीप यादव को तब लगातार मौके नहीं मिलते थे और वह टीम इंडिया से अंदर-बाहर होते रहते थे. आईपीएल में भी कुलदीप यादव को KKR की टीम प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं देती थी. पूर्व कप्तान विराट कोहली और पूर्व कोच रवि शास्त्री भी अपने राज में कुलदीप यादव को टीम इंडिया में जगह देने से कतराते थे. कुलदीप यादव को कोहली-शास्त्री राज में बेहद कम मौके मिलते थे. कोहली-शास्त्री की टीम मैनेजमेंट ने युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुन्दर, रविचंद्रन अश्विन और वरुण चक्रवर्ती को ज्यादा से ज्यादा मौके दिए थे, जिसकी वजह से कुलदीप यादव को मौका मिलना मुमकिन नजर नहीं आता था.
इस विवाद ने मचाया हंगामा
बता दें कि कुलदीप यादव वही खिलाड़ी हैं, जिनकी वजह से कभी कोहली और अनिल कुंबले के बीच झगड़े की शुरुआत हुई थी. 2017 मार्च में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर कप्तान कोहली और पूर्व कोच कुंबले के बीच अनबन हुई थी. दरअसल, सीरीज के तीसरे टेस्ट में कुंबले चाहते थे कि कुलदीप यादव को टीम में शामिल किया जाए, लेकिन कोहली ने इससे साफ इंकार कर दिया. यह विवाद धर्मशाला टेस्ट के दौरान हुआ था. धर्मशाला टेस्ट में विराट कोहली चोट के कारण इस मैच का हिस्सा नहीं थे और अजिंक्य रहाणे टीम के कप्तान थे.
इस मैच में चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को मौका दिया गया था. कोहली इसके खिलाफ थे, वे अमित मिश्रा को खिलाना चाहते थे. यह फैसला विराट को बिना बताए लिया गया था. इसके अलावा बताया जाता है कि विराट कोहली पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को ग्रेड-ए में शामिल किए जाने से भी खफा थे. माना जाता है कि कुलदीप यादव को लेकर इसी विवाद के चलते ही कोहली उन्हें अपनी टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल करने से कतराते थे. जब विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान और रवि शास्त्री हेड कोच थे, तो कुलदीप यादव का करियर लगभग खत्म हो गया था.
इस खिलाड़ी जैसी वैरिएशन में बॉलिंग करना मुश्किल
कुलदीप यादव में टैलेंट की कोई कमी नहीं है. वो एक खास तरह की गेंदबाजी करना जानते हैं जिसे ‘चाइनामैन बॉलिंग’ कहा जाता है. ये बेहद अनोखी बॉलिंग स्टाइल है, इसमें बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को उंगलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराता है. महेंद्र सिंह धोनी जब भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेलते थे, तो कुलदीप यादव को सबसे ज्यादा फायदा होता था, लेकिन धोनी के संन्यास लेते ही कुलदीप यादव का करियर अंधेरे में जा रहा है.
बेहद शानदार है करियर
कुलदीप यादव ने भारत के लिए 24 टी20 मैचों में 41 विकेट लिये हैं. उन्होंने 45 आईपीएल मुकाबले भी खेले हैं जिनमें उनके 40 विकेट हैं. कुलदीप का वनडे करियर भी शानदार रहा है. उन्होंने 66 वनडे में 109 विकेट झटके हैं. ये आंकड़े कुलदीप यादव की प्रतिभा का आकलन करने के लिये पर्याप्त हैं. टी20 फॉर्मेट में उनका इकनॉमी रेट भी 8 से कम है. कुलदीप यादव ने भारत के लिए 7 टेस्ट मैचों में 26 विकेट झटके हैं. कुलदीप के नाम ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 5 विकेट हॉल लेने का भी रिकॉर्ड है. ऐसा कारनामा आज तक अश्विन ने भी विदेश में नहीं किया.
धोनी की सलाह आती थी काम
एक इंटरव्यू में कुलदीप ने बताया था कि कैसे वह मैदान के भीतर और बाहर महेंद्र सिंह धोनी की सलाह को मिस करते हैं. कुलदीप ने बताया था कि विकेट के पीछे के धोनी की सलाह उनके बहुत काम आती थी और उन्हें उसकी कमी खलती है. कुलदीप ने आगे कहा था, ‘मुझे कभी उनकी सलाह की काफी कमी महसूस होती है. उनके पास काफी अनुभव था. वह विकेट के पीछे से हमें गाइड करते थे.’
रवि शास्त्री और KKR पर फोड़ा ठीकरा
टीम इंडिया के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा के साथ बातचीत के दौरान कुलदीप यादव ने टीम प्रबंधन के कई बड़े राज खोले थे. कुलदीप यादव ने कहा था, ‘मुझे समझ नहीं आ रहा कि टीम मुझसे क्या चाहती है. केवल दो महीने के प्रदर्शन के आधार पर अगर वर्ल्डकप टीम चयनित होगी तो खिलाड़ी के रूप में ये समझ पाना मुश्किल होता है. भारतीय टीम के खेमे में खिलाड़ियों को अक्सर बताया जाता है कि आखिर उन्हें क्यों मौका नहीं दिया जा रहा है, लेकिन यह चलन आईपीएल फ्रेंचाइजी में नहीं है.’ कुलदीप यादव ने कहा कि KKR टीम मुझे लगातार नजरअंदाज कर रही थी. कुलदीप को कई आईपीएल मैचों में बाहर भी बैठना पड़ा था. कोलकाता ने उनसे ज्यादा वरुण चक्रवर्ती को वरीयता दी. कुलदीप ने कहा कि जब संवाद कमजोर हो तो इसे समझ पाना बहुत मुश्किल होता है. कई बार आपको यह पता ही नहीं होता कि आप खेल भी रहे हैं या नहीं या फिर टीम आपसे क्या चाहती है.