Bihar Caste Census Report: अखिलेश यादव के सांसद ने बिहार के जातीय जनगणना का किया विरोध, कहा- इसकी क्या जरूरत थी

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Bihar Caste Census Report: अखिलेश यादव के सांसद ने बिहार के जातीय जनगणना का किया विरोध, कहा- इसकी क्या जरूरत थी



हाइलाइट्सबिहार की जातीय गणना का समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद शफ़ीक़ुर्रहमान बर्क़ ने इसका विरोध किया हैसांसद शफ़ीक़ुर्रहमान बर्क़ ने कहा कि इसकी अभी क्या जरूरत थी, चुनाव को देखते हुए आंकड़े जारी किए गए संभल. बिहार में हुए जातीय जनगणना की रिपोर्ट को लेकर सियासत चरम पर है. पक्ष और विपक्ष दोनों ही तरफ के नेताओं की प्रतिक्रिया इस पर आ रही है. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद शफ़ीक़ुर्रहमान बर्क़ ने इसका विरोध किया है और कहा है कि अभी इसकी क्या जरूरत थी. उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए इसे लाया गया है,

एक न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए बर्क ने कहा, ” इस जातीय जनगणना के आंकड़ों की इस समय क्या जरूरत थी? ये लग अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए धंधा कर रहे हैं. इससे काम चलेगा नहीं. मुल्क को खिदमत चाहिए, मुल्क को विकास चाहिए, मुल्क को अच्छा एजुकेशन चाहिए और मुल्क को एक अच्छा निजाम चाहिए. ये तो कुछ है नहीं. आप इतने दिनों से मुल्क चला रहे हैं, आपने मुल्क की तरक्की के लिए क्या किया?

अखिलेश यादव ने किया समर्थनहालांकि, सांसद बर्क से इतर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बिहार की जातीय जनगणना रिपोर्ट पर कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि अब ये निश्चित हो गया है कि PDA ही भविष्य की राजनीति की दिशा तय करेगा. उन्होंने लिखा, “बिहार जाति आधारित जनगणना प्रकाशित, ये है सामाजिक न्याय का गणतीय आधार. जातिगत जनगणना 85-15 के संघर्ष का नहीं बल्कि सहयोग का नया रास्ता खोलेगी और जो लोग प्रभुत्वकामी नहीं हैं बल्कि सबके हक़ के हिमायती हैं. वो इसका समर्थन भी करते हैं और स्वागत भी. जो सच में अधिकार दिलवाना चाहते हैं वो जातिगत जनगणना करवाते हैं. भाजपा सरकार राजनीति छोड़े और देशव्यापी जातिगत जनगणना करवाए.”

दरअसल, सोमवार को बिहार सरकार के जातिगत गणना की रिपोर्ट जारी कर दी. रिपोर्ट के अनुसार राज्य की आबादी 13 करोड़ से अधिक है, जिसमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) 36.01 प्रतिशत, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) 27 प्रतिशत, अनुसूचित जाति 19.65 प्रतिशत, अनुसूचित जनजातियां 1.68 प्रतिशत हैं. वहीं राज्य में ऊंची जातियों की 15.52 प्रतिशत जनसंख्या है और पिछड़े वर्गों में यादवों की आबादी 14.26 प्रतिशत, कुशवाह और कुर्मी क्रमशः 4.27 और 2.87 प्रतिशत हैं.
.Tags: Sambhal News, UP latest newsFIRST PUBLISHED : October 3, 2023, 08:26 IST



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