Center of Excellence BCCI: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 18वें सीजन का आगाज 22 मार्च को होने वाला है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सामने एक बार फिर से इस टूर्नामेंट के सफल आयोजन की चुनौती है. टूर्नामेंट से पहले बोर्ड के सामने एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है. बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) के स्टाफ में बड़ा बदलाव होना है. वहां के स्पोर्ट्स साइंस और मेडिकल टीम के हेड नितिन पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
तीन साल से पद पर थे नितिन
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का नाम पहले नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) था. नितिन पटेल वहां तीन साल से अपने पद पर कार्यरत थे. उन्होंने अपने इस्तीफे के बारे में कुछ नहीं कहा है, लेकिन बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को इस बात की पुष्टि कर दी है कि नितिन ने पद छोड़ दिया है. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने पीटीआई से कहा, ”हां, नितिन ने स्पोर्ट्स साइंस और मेडिकल टीम के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है. नितिन का बीसीसीआई के साथ बहुत अच्छा कार्यकाल था. उन्होंने एनसीए में स्पोर्ट्स साइंस और मेडिकल टीम के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.”
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बुमराह-शमी जैसे दिग्गजों को किया फिट
बीसीसीआई के सूत्र ने आगे कहा, ”पिछले कुछ सालों में सबसे अच्छी बात यह रही कि जब भी कोई खिलाड़ी चोटिल होने पर उपचार के लिए यहां आता था तो पूरी तरह फिट होने पर ही उसे खेलने की मंजूरी मिलती थी. नितिन का परिवार विदेश में रहता है और सीओई के खेल विज्ञान और चिकित्सा प्रभाग की जिम्मेदारी संभालना साल में 365 दिन का काम है.” नितिन पटेल ने अपने कार्यकाल के दौरान तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी, बल्लेबाज केएल राहुल और स्पिनर कुलदीप यादव जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के रिहैबिलिटेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
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लक्ष्मण कब तक रुकेंगे?
सूत्र ने कहा कि लेवल तीन के कुछ कोच और ‘स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग’ से जुड़े कुछ कोच अगले कुछ महीनो में अपना पद छोड़ सकते हैं. एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण का कार्यकाल इस साल के अंत तक पूरा होने वाला है. उनसे हालांकि 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप तक अपने पद पर बने रहने का अनुरोध किया जा सकता है. पटेल से पहले एनसीए से जुड़े कोचों में से एक साईराज बहुतुले ने भी पद छोड़ दिया था और वह राजस्थान रॉयल्स के सहयोगी स्टाफ में शामिल हो गए.
हो सकते हैं कुछ और इस्तीफे
यही नहीं सितांशु कोटक सीनियर मेंस टीम स्टाफ में स्थायी रूप से शामिल हो गए हैं. भारत की अंडर 19 टीम से जुड़े एनसीए के कोच हृषिकेश कानिटकर अब भी सीओई में हैं, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि जिम्बाब्वे और नामीबिया में अगले साल की शुरुआत में होने वाले अंडर-19 विश्व कप के समाप्त होने के बाद वह अपने पद पर बने रहेंगे या नहीं. कुछ विशेषज्ञ बल्लेबाजी और गेंदबाजी कोच हैं, जो आने वाले महीनों में नए करियर की तलाश में अपना पद छोड़ सकते हैं.