रिपोर्ट-अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में वार्डन के तानाशाही रवैये से नाराज छात्र बुधवार की शाम से धरने पर हैं. छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के बिरला सी हॉस्टल में गेस्ट रजिस्टर नहीं है और जब भी हॉस्टल में छात्रों के गेस्ट आते हैं, तो वार्डन की ओर से उन्हें हॉस्टल कैंसिल करने की धमकी दी जाती है. वहीं, वार्डन ने सामंत कुमार पर कार्रवाई की, तो बाकी छात्र अपने साथी पर हुई कार्रवाई से नाराज होकर बुधवार शाम से सड़क जाम कर धरने पर बैठे हैं. इतना ही नहीं, पेड़ों की टहनियों को सड़क पर फैलाकर छात्रों ने रास्ता भी रोक रखा है. छात्रों के धरने की सूचना पर बीती रात विश्वविद्यालय के अफसरों ने भी मौके पर पहुंच कर उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन लम्बी जद्दोजहद के बाद भी छात्र डटे हुए हैं
पूरी रात छात्र हॉस्टल के बाहर खुले आसमान के नीचे रहे. सुबह से फिर उन्होंने वार्डन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. छात्र सामंत कुमार ने बताया कि वार्डन विनायक दुबे के तानाशाही के खिलाफ वो और उनके साथी धरने पर बैठे हैं. हॉस्टल में गेस्ट रजिस्टर नहीं है, ऐसे में हम छात्रों के सामने समस्या है कि बाहर से आने वाले गेस्ट की एंट्री कहां कराए. इस वजह से गेस्ट को बिना एंट्री के ही कमरे में रखना पड़ता है. वहीं, जब वार्डन निरीक्षण करते हैं, तो बाहरी गेस्ट को देख भड़क कर हॉस्टल कैंसिल करने की धमकी देते हैं.
शराब के नशे में मिला था गेस्टवहीं, इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि जिस छात्र का हॉस्टल कैंसिल किया गया है.उसके कमरे में उसका गेस्ट शराब के नशे में मिला था. इस कारण उस पर कार्रवाई की गई है. हालांकि छात्र का कहना है कि बिना किसी जांच के उस पर ये कार्रवाई की गई है जिसके खिलाफ वो आंदोलन कर रहे हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: BHU Protest, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : October 13, 2022, 17:26 IST
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