बहू हो तो ऐसी… सास के सपने को किया पूरा, PCS-J में मारी बाजी, अब बनेगी जज

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बहू हो तो ऐसी... सास के सपने को किया पूरा, PCS-J में मारी बाजी, अब बनेगी जज



विशाल भटनागर/मेरठ.अगर परिवार के सदस्यों का भरपूर सहयोग मिले तो व्यक्ति नए कीर्तिमान हासिल कर सकता है. कुछ ऐसा ही इन दिनों मेरठ के सूरजकुंड इलाके में देखने को मिल रहा है. जहां एक बहू ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी पीसीएस जे परीक्षा परिणाम में 73वीं रैंक हासिल कर अपने माता-पिता के साथ अपने ससुराल का नाम गर्व के साथ रोशन किया है.

यह कामयाबी इसलिए भी खास हो जाती है क्योंकि बहू ने जो उपलब्धि हासिल की है वो सपना उनकी सास का था. इसी सपने को पूरा करने के लिए वह निरंतर कठिन परीक्षा की तैयारी करते हुए यह सफलता पाई है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं मेरठ की दिव्या गर्ग की जो उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज में चयनित हुई है.

पीसीएस जे परीक्षा चयनित दिव्या गर्ग ने बताया कि जब उनकी शादी हुई तो वह लॉ प्रथम वर्ष में थी. लेकिन उनके ससुराल वालों ने उनकी पढ़ाई को निरंतर जारी रखा. इसके बाद उन्होंने मोदीनगर के एमएच कॉलेज से अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष 2018 में पहला अटेम्प्ट दिया. लेकिन इस समय वह प्रेगनेंसी की वजह से सफलता हासिल नहीं कर पाई. उसके बाद लंबा इंतजार किया और साल 2022 में फिर से इस परीक्षा में बैठी और उन्होंने इसमें सफलता हासिल की है.

चुनौती से कम नहीं था मेंसदिव्या गर्ग की माने तो उनके लिए पीसीएस जे की मेंस परीक्षा चुनौती से कम नहीं थी क्योंकि वह वर्तमान समय में भी प्रेग्नेंट है. ऐसे में परीक्षा की तैयारी करते हुए परीक्षा देना उनके लिए चुनौती थी. लेकिन इसमें उनकी सास, ससुर उनके पति सहित अन्य सदस्य ने भरपूर सहयोग किया.

बहु नहीं मेरी है बेटीसास आशा गुप्ता ने कहा कि उनका सपना था कि उनके परिवार का कोई ना कोई सदस्य किसी न किसी प्रशासनिक पद पर कार्य करते हुए जनता की सेवा करें. उनके बेटे आदित्य ने भी आईएएस, पीसीएस की तैयारी की थी. लेकिन सफलता नहीं मिली. तो उसके बाद उन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया. लेकिन उनका यह सपना बना हुआ था. इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी बहू दिव्या से कहा. इसके बाद बहू ने निरंतर प्रयास जारी रखा. वह इस बात से काफी खुश है, वह कहती हैं कि अगर बहू को भी बेटी के समान हम आगे बढ़ाएंगे. तो इसी तरीके से परिवार का नाम रोशन करती है. इसी तरीके से उनके ससुर यतेंद्र कुमार गुप्ता भी काफी खुश हैं, उनको भी लोग बधाई दे रहे हैं.

रिश्तो में विश्वास की डोर अहमदिव्या के पति आदित्य गुप्ता कहते हैं कि रिश्तो में विश्वास का होना अति आवश्यक है. जब हम विश्वास के साथ किसी भी कार्य को करते हैं. तो हम हर कठिन परीक्षा को पास करते हैं. उन्हें अपनी पत्नी सहित परिवार के प्रत्येक सदस्य पर पूर्ण विश्वास है. समाज में हर तरह की बातें होती है लेकिन हमें हमेशा पॉजिटिव सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए. बताते चलें कि दिव्या गर्ग के मायके और ससुराल से कोई भी इससे पहले वकील तक नहीं था. पहली बार ही कोई व्यक्ति न्यायपालिका से संबंधित क्षेत्र में अब कार्य करते हुए नजर आएगा.
.Tags: Local18, UPPSCFIRST PUBLISHED : September 01, 2023, 16:49 IST



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