नया साल के सबसे पहिला परब मकर सक्रांति होला. एह दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायन हो जाले. मकर संक्रांति पूस (पौष) महीना के अंजोरिया (शुक्ल पक्ष) के द्वादशी तिथि के दिने परेला. देश के अलग-अलग राज्य में मकर संक्रांति के कई तरह के नांव बा. मकर संक्रांति के पूर्वी उत्तर प्रदेश में खिचड़ी आ दक्षिण भारत में पोंगल के रूप में मनावल जाला. जब सूर्य मकर राशि में जाले त मकर संक्रांति के परब मनावल जाला. एह दिन सूर्य ग्रह, धनु राशि से निकलि के मकर में चलि जाले. सन 2023 में 15 जनवरी के मकर संक्रांति मनावल जाई. त 15 जनवरी का दिने होत सबेरे कौनो पवित्र नदी में नहा के साफ- सुथरा कपड़ा पहिन के तांबे लोटा में जल लेके काला तिल, गुड़ आ नदी के पवित्र जल (आम तौर पर गंगा जी जल चढ़ावल जाला) से सूर्य भगवान के अर्घ दिहल जाला. जेकरा शनि के प्रसन्न करेके बा ऊ, शनि ग्रह के भी जल चढ़ावेला. एकरा बाद गरीब लोगन के खिचड़ी खियावे के महातम ह. मकर संक्रांति का दिने शनि के जल चढ़ावला पर बिसेस लाभ बतावल बा.
फेर त तेवहारे तेवहार
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उत्तर प्रदेश
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उत्तर प्रदेश
देखल जाउ त कार्तिक पूर्णिमा से लेके मकर संक्रांति तक तेवहारे तेवहार रहेला. पुराना साल में करवा चौथ , संकष्टी गणेश चतुर्थी, रोहिणी व्रत, गोवत्स द्वादशी, रामा एकादशी, गीता जयंती, मोक्षदा एकादशी तक आ नया साल में मकर संक्रांति. भइल नू तैवहारे तेवहार (त्यौहारे त्यौहार).
अब जब कार्तिक पूर्णिमा के बात चलल त तनकी भर एहू का ओर झांकि लिहल जाउ. तनकी भर पीछे जाके तब नवका साल पर फेर लवटल जाउ. शास्त्रन में बतावल बा कि विष्णु भगवान प्रलय काल दौरान वेद रक्षा खातिर कार्तिक पूर्णिमा का दिने मत्स्य अवतार के रूप में प्रकट भइल रहले. एही दिन के एक अउरी महातम बा- भगवान शिव जी एही दिने त्रिपुरासुर राक्षस के बध कइले. शिव जी के हाथ से त्रिपुरासुर राक्षस के बध भइला पर देवता लोग बहुते खुस भइल रहे लोग. भगवान विष्णु खुस होके शिव जी के त्रिपुरारी त्रिपुरारी नांव धइले. एही से कार्तिक पूर्णिमा के त्रिपुरी पूर्णिमा के नांव से भी जानल जाला. कार्तिक पूर्णिमा के दिने चंद्रोदय के दौरान भगवान शिव के पूजा करेके नियम ह. एह दिन पूजा कइला से भगवान शिव के बिसेस कृपा होला. कहल बा कि कार्तिक पूर्णिमा के दिने गंगा स्नान कइला पर साल भर गंगा स्नान के पुण्य मिलेला. एह दिने जप, तप आ ध्यान कइला से बहुते पुण्य मिलेला आ एह दिन दान दिहला से 10 गो यज्ञ के पुण्य मिलेला. कहल बा कि दान ओही के देबे के चाहीं जे अभाव में बा. जेकरा दान के चीज के बहुत जरूरत बा. कार्तिक पूर्णिमा का दिने कौन चीज दान के महातम ह? त फल, उड़द के दाल, कंबल आ चावल के दान श्रेष्ठ बतावल बा.
अब फेर लौटीं जा नवका साल 2023 पर. मकर संक्रांति के पहिले स्वामी विवेकानंद के जनम दिन 12 जनवरी के परेला. ओह देश भर में धूमधाम से स्वामी जी के जनम दिन मनावल जाला. स्वामी विवेकानंद कहले बाड़े- नौजवान उठ लोग, जाग लोग आ तब तक रचनात्मक प्रयास कर लोग, निर्माण से जुड़ल काम कर लोग जब तक कि सफलता ना मिले. देश कइसे आगे बढ़ो, एह दिशा में काम करेके लगातार प्रयास करे के चाहीं. स्वामी जी के उपदेश हमनी खातिर अमृत बा. संजोग देखीं कि एही जनवरी में 23 तारीख के नेता जी सुभाष चंद्र बोस के जनम दिन परेला. ई त हमनी का कबो भुलाइए ना सकेनी जा कि देश के आजाद करावे खातिर नेता जी एगो अद्भुत “आजाद हिंद फौज” के गठन कइले.
सबसे बड़का बात त ई कि हमनी के गणतंत्र दिवस एही जनवरी के 26 तारीख के ह. ई त बतावे के जरूरते नइखे कि भारत एह साल आपन 74वां गणतंत्र दिवस मनावे जा रहल बा. रउरा सब जानते बानी कि 26 जनवरी 1950 के हमनी का देश में आपन संविधान लागू भइल रहे हालांकि देश सन 1947 में ही आजाद हो गइल रहे. मजे के बाद ई बा कि छब्बिसे जनवरी के बसंत पंचमी भी परल बा. ओह दिन बियफे (वृहस्पतिवार) ह.
त नवका साल, कई गो महत्वपूर्ण तारीख से प्रारंभ होला जौन हमनी के धार्मिक पवित्रता से त जुड़ले बा, भावनात्मक लगाव से भी जुड़ल बा. देश के वीर महापुरुष लोगन के सकारात्मक प्रेरणा से जुड़ल बा. एगो अउरी रोचक तथ्य बा. हमनी में से केहू- केहू सिगरेट छोड़ेके त केहू कौनो दोसर नशा छोड़े के संकल्प लेला. एमें कुछ लोग अइसनो होला जे संकल्प त लेला बाकिर बाद में इच्छा शक्ति कमजोर भइला का कारन ओह पुरनका लत के फेर शिकार हो जाला. बाकिर जेकर इच्छा शक्ति मजबूत बा ऊ अपना संकल्प पर अडिग रहेला आ देखा देला कि चाहे केतनो कठिन परिस्थिति आवे, हम अपना संकल्प के पूरा करब. अइसने लोगन के जमाना प्रणाम करेला. रउरा सब के नया साल बहुते शुभ, मंगलमय आ आनंद से भरपूर होखो, रउरा सब स्वस्थ आ सानंद रहीं. भले कोरोना के लहर के बात हो रहल बा आ बीएफ 7 के आशंका भी जतावल जा रहल बा. बाकिर हमनी का भारतीय हईं जा. हमनी के जीवट से संसार भर के लोग सीख लेला. कोरोना से बचे के ऊ सब सावधानी बरतब जा जौन सरकार बताई, बाकिर नया साल के उल्लास के साथे आ मस्ती का साथे मनाइब जा.
(डिसक्लेमर- ये लेखक के निजी विचार हैं.)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Article in Bhojpuri, Makar SankrantiFIRST PUBLISHED : December 29, 2022, 11:37 IST
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