England tour of India: अंग्रेज दिग्गज नासिर हुसैन ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ 25 जनवरी से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले भारत प्रबल दावेदार है, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले कुछ साल में बैजबॉल की सफलता को देखते हुए मेहमान टीम की उम्मीदें मजबूत हो सकती हैं और इसे पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता. भारत में जब दोनों टीमें आखिरी बार साल 2021 में भिड़ी थीं, तब भारत ने 3-1 से सीरीज जीती थी, हालांकि इंग्लैंड ने शुरुआती मैच जीता था. स्टोक्स और मैक्कुलम की लीडरशिप में इंग्लैंड ने अभी तक एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है और साल 2012 में अपनी 2-1 की जीत के बाद से सीरीज जीतने के लिए भारत आएगा.
भारत और इंग्लैंड में से कौन जीतेगा टेस्ट सीरीज?भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 25 जनवरी से शुरू होगी. पहला टेस्ट मैच 25 जनवरी से हैदराबाद में शुरू होगा. इसके बाद अन्य मैच विशाखापत्तनम (2-6 फरवरी), राजकोट (15-19 फरवरी), रांची (23-27 फरवरी) और धर्मशाला (7-11 मार्च) में होंगे. नासिर हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, ‘भारत प्रबल दावेदार है, लेकिन बैजबॉल ने जिस भी चुनौती का सामना किया है, वे अपनी शैली पर अड़े रहे हैं और बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैक्कुलम का रिकॉर्ड वास्तव में अच्छा है, मैं उन्हें नजरअंदाज नहीं करूंगा.’
नासिर हुसैन ने कर दी बड़ी भविष्यवाणी
नासिर हुसैन ने कहा, ‘बैजबॉल विशेष रूप से घरेलू मैदान पर बहुत सफल रहा है, लेकिन विदेशी दौरों में दो सबसे कठिन स्थान भारत या ऑस्ट्रेलिया है. यह इंग्लैंड के लिए एक बड़ी चुनौती होने जा रही है. भारत देखना चाहता है कि यह नया दृष्टिकोण घर पर कैसे काम करेगा. यह आकर्षक क्रिकेट होगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विशेष टीम महान क्रिकेट संगठनों में से एक के खिलाफ कैसे जाएगी फिलहाल, जो भारत का पक्ष है.’ इंग्लैंड की आखिरी विदेशी जीत पाकिस्तान में थी, जहां उन्होंने दिसंबर 2022 में 3-0 से सीरीज जीती थी.
स्टोक्स की कप्तानी शानदार थी
हुसैन ने कहा, ‘पिछली सर्दियों में पाकिस्तान में, स्टोक्स की कप्तानी शानदार थी, जिस तरह से उन्होंने रिवर्स स्विंग का इंतजार किया और खुद को आगे बढ़ाया और फिर विकेट को टर्न लेते देखा और इसे अपने स्पिनरों पर छोड़ दिया.’ इंग्लैंड ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि जॉनी बेयरस्टो और बेन फॉक्स में से कौन विकेटकीपर होगा, जो एक मुश्किल फैसला होगा, क्योंकि स्टोक्स पिछले साल बाएं घुटने की सर्जरी के बाद सीरीज में गेंदबाजी नहीं करेंगे. फोक्स ने 2021 दौरे पर भारतीय पिचों पर अपनी अपेक्षित विकेटकीपिंग के लिए प्रशंसा अर्जित की थी.
बेयरस्टो बल्ले और दस्तानों के साथ बेहतर?
हुसैन ने कहा, ‘जैसे-जैसे एशेज आगे बढ़ी, बेयरस्टो बल्ले और दस्तानों के साथ बेहतर होते गए. उन्होंने स्वीकार किया कि उस गंभीर चोट के बाद वह कमजोर हो गए थे और स्टोक्स के गेंदबाजी नहीं करने से टीम का संतुलन और भी चुनौतीपूर्ण होने वाला है. हुसैन ने निष्कर्ष निकाला, ‘शायद बेयरस्टो ही वह खिलाड़ी हैं जिन पर वे ध्यान देंगे जब तक कि यह बड़ी स्पिन न ले ले, ऐसी स्थिति में इंग्लैंड फोक्स को चाहेगा क्योंकि वह एक अविश्वसनीय ग्लवमैन हैं.’