बेरोजगारों का सहारा बना अमेठी का यह संस्थान, दिल्ली तक बना ली पहचान

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बेरोजगारों का सहारा बना अमेठी का यह संस्थान, दिल्ली तक बना ली पहचान



आदित्य कृष्ण/अमेठीः अमेठी के संजय सिंह ने न सिर्फ खुद का जीवन रोजगार से संवारा है, बल्कि अन्य परिवारों को रोजगार देकर उनके लिए मसीहा साबित हो रहे हैं. संजय ने अमेठी में लेदर कारखाने की शुरुआत की है. अमेठी में बनाए गए उत्पाद की धूम अब दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ के साथ सभी ट्रेड शो में बिखर रही है. आज संजय सिंह इसी रोजगार से खुद आत्मनिर्भर होने के साथ दूसरों को रोजगार दे रहे हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं.

दरअसल, जिस सीटीईडी संस्थान के लेदर कारखाने में सैकड़ों परिवारों को रोजगार मिला है, वह अमेठी के जगदीशपुर औद्योगिक क्षेत्र में लगाया गया है. सीटीईडी संस्थान की तरफ से लगाए गए इस लेदर कारखाने में लेदर के बैग, जूते, चप्पल, बेल्ट और अन्य चीज बनाई जाती हैं. इस कंपनी में 500 से अधिक कारीगर काम कर रहे हैं. जिसमें महिला और पुरुष शामिल हैं. इन कारीगरों को यहां पर रोजगार देने के साथ प्रदेश सरकार की अन्य योजनाओं का भी लाभ मिल रहा है.

अमेठी की अलग जगह भी धूमजगदीशपुर के इंडस्ट्रियल एरिया में बने लेदर कारखाने की पहचान अब अमेठी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अमेठी के साथ-साथ अब अन्य शहरों में भी इसकी पहचान बनाई जा रही है. अमेठी को उच्च स्तरीय पहचान मिल सके. इसके लिए सीटीईडी संस्थान की तरफ से खोले गए कारखाने के उत्पाद अब अलग अलग शहरों के इंटरनेशनल शो में अपनी पहचान बना रहे हैं.

हर परिवार को रोजगार से जोड़ना उद्देश्यइस पूरी पहल को लेकर संस्था के डायरेक्टर संजय सिंह ने बताया कि हम लोग अमेठी की पहचान को उच्च स्तर तक पहुंचाना चाहते हैं. पहले जब हमारे पास रोजगार नहीं था तो हमें रोजगार की तलाश थी. लेकिन, हमने अपना भला सोचने के साथ हर गरीब परिवार का भी भला सोचा और यही सोचा कि उन्हें भी रोजगार मिल जाए. इसके लिए हमने संस्थान की शुरुआत की. इसके लिए हम सब बाहर से मटेरियल लाकर यहां पर जूते बेल्ट जैकेट और अन्य समान यहां पर हाईटेक मशीनों से तैयार कर रहे हैं.

संस्थान की पहचान पूरे देश में हो रहीइन मशीनों में सैकड़ों कारीगर जुड़े हुए हैं जो दिन रात मेहनत कर उत्पादन तैयार करते हैं. इसके साथ ही इस संस्थान में प्रदेश सरकार की अन्य योजनाओं का भी लाभ श्रमिकों को मिल रहा है. श्रमिकों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं. यहां उनको करीब 18 हजार रुपए का वेतन मिल रहा है. इस पूरी पहल से म लोगों को रोजगार मिला है और संस्थान की पहचान पूरे देश में हो रही है.
.Tags: Amethi news, Local18, Success StoryFIRST PUBLISHED : September 23, 2023, 16:30 IST



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