Benefits of headstand: आज हम आपके लिए लेकर आए हैं शीर्षासन के फायदे. इसके नियमित अभ्यास से आप कई बीमारियों से दूर रह सकते हैं. अगर आप लंबे समय तक युवा बने रहना चाहते हैं तो शीर्षासन एकदम पर्फेक्ट आसन है. पेट संबंधी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में यह आसन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इतना ही नहीं यह असमय बालों का झड़ना और सफेद होना रोकता है.
क्या है शीर्षासन (what is headstand)शीर्षासन का नाम शीर्ष शब्द पर रखा गया है, जिसका मतलब होता है सिर. इस आसन को आसनों का राजा कहा जाता है. इसे करना शुरुआत में कठिन ज़रूर है, लेकिन इसके लाभ अनेक हैं. सिर के बल किए जाना वाला आसन शीर्षासन कहलाता है. युवावस्था में शीर्षासन जरूर करना चाहिए. इसके अभ्यास से एकाग्रता बढ़ती है, साथ ही शरीर का पॉश्चर भी अच्छा रहता है.
शीर्षासन करने का तरीका (how to do headstand)
शीर्षासन करने के लिए घुटनों को जमीन पर टिका दें.
अब अपने दोनों हाथों को जमीन पर मजबूती से रखें.
सिर को अपने दोनों हाथों के बीच में लाएं.
अब धीरे-धीरे अपने पैरों की उंगलियों को जमीन से ऊपर की तरफ उठाएं.
फिर अपने पैरों को ऊपर की ओर बढ़ाएं, उन्हें जमीन से ऊपर बिल्कुल सीधा रखें.
समान रूप से बाजुओं पर अपने वजन को संभालें.
इस दौरान अपनी पीठ को एकदम सीधा रखें.
कम से कम 20-30 सेकंड के लिए इस मुद्रा में रहें.
साथ में लंबी गहरी सांस को लेते और छोड़ते रहना है.
शीर्षासन के लाभ (benefits of headstand)
शीर्षासन दिमाग को शांत करता है और तनाव से राहत देने में मददगार है.
सिरदर्द से राहत मिलती है. साथ ही चक्कर आने की समस्या कम होती है.
इसके नियमित अभ्यास से हाथ, पैर और रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है.
इस आसन का नियमित अभ्यास फेफड़ों की कार्यकौशलता को बढ़ाता है.
शीर्षासन से पाचन अंगों पर सकारात्मक असर होता है, जिस से कब्ज में राहत मिलती है.
शीर्षासन करने से सिर में रक्तसंचार बढ़ता है, जिससे कि मस्तिष्क अच्छे से कार्य करने लगता है.
यह याददाश्त को सुधारने के साथ ही एकाग्रता को बढ़ाता है.
ये लोग न करें शीर्षासनजिन लोगों को ब्लड प्रेशर, हार्ट संबंधी बीमारी, आंखों की कमजोरी, कमर दर्द, गर्दन दर्द और असिडिटी जैसी परेशानियां हैं, वे इस आसन को बिल्कुल भी न करें.