Benefits of Bhujangasana: स्वस्थ रहने के लिए योग जरूरी है. योग के कई आसन हैं. इनमें एक आसन भुजंगासन है. इस योग को करने से पेट पर अधिक बल पड़ता है. इससे पाचन तंत्र बहुत मज़बूत होता है. यह कई बीमारियों में फायदेमंद है. इससे कब्ज, अस्थमा, महिलाओं को होने वाली मासिक धर्म में समस्या को दूर किया जा सकता है.
भुजंगासन क्या है (what is bhujangasana)
भुजंगासन दो शब्दों भुजंग और आसन से मिलकर बना है. अंग्रेजी में इस आसन को कोबरा पोज़ कहते हैं. इस योग में सांप की तरह अपने धड़ को आगे की दिशा में उठाकर रखना होता है. अगर आपको पेट संबंधी कोई भी समस्या है, तो रोज़ाना भुजंगासन करें.
भुजंगासन करने का आसान तरीका
समतल और स्वच्छ जमीन पर दरी बिछाकर पेट के बल लेट जाएं और थोड़ी देर आराम करें.
इसके बाद पुश अप मुद्रा में आकर शरीर के अगले हिस्से को उठाएं.
इस आसान को अपने धड़ को आगे की दिशा में उठाकर रखना होता है.
इस मुद्रा में अपनी शारीरिक क्षमता अनुसार रहें.
फिर पहली अवस्था में आ जाएं. इसे रोजाना दस बार जरूर करें.
भुजंगासन के जबरदस्त फायदे
इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं.
कंधों और बाहों को मजबूती प्रदान होता है.
शरीर में लचीलापन बढ़ता है.
तनाव और थकान को दूर करता है.
भुजंगासन से हृदय स्वस्थ रहता है.
अस्थमा के लक्षणों में आराम मिलता है.
बेडौल कमर को पतली-सुडौल व आकर्षक बनाता है.
इसे रोज़ाना करने से लंबाई बढ़ती है.
पीठ दर्द से आराम मिलता है.
भुजंगासन के दौरान रखें ये सावधानियां
हर्निया से पीड़ित व्यक्ति इस आसन को ना करें.
पेट दर्द होने पर यह आसन ना करें.
गर्भवती महिलाएं इस आसन को बिल्कुल ना करें.
हाथ, पीठ और गर्दन में दर्द या चोट है तो इसे न करें.
आसन करते समय अपने सर को पीछे की ओर ज्यादा ना झुकाएं वरना मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है.
ये भी पढ़ें; Benefits of Kasoori Fenugreek:इन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है कसूरी मेथी का सेवन, दूर भाग जाएंगी कई बीमारियां
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.