Benefits and method of Uttanasana Yogasana for better Mental Health brmp | Benefits of Uttanasana: मानसिक सेहत को दुरुस्त रखता है ये 1 आसन, तनाव, चिंता, डिप्रेशन से होगा बचाव

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Benefits of Uttanasana: आज व्यस्कों के साथ युवाओं और किशोरों में भी मानसिक समस्या जैसे स्ट्रेस, डिप्रेशन, एंग्जायटी की समस्या देखने को मिल रही हैं. कई शोध कहते हैं कि नियमित योग (Yoga) करने से मेंटल हेल्थ सही रहता है. कई ऐसी योग मुद्राएं हैं, जिन्हें करने से तनाव, चिंता, बेचैनी, मन की अशांति, डिप्रेशन आदि को दूर किया जा सकता है. इसलिए आज हम आपके लिए उत्तानासन के फायदे लेकर आए हैं.  
उत्तानासन क्या है (Benefits of Uttanasana)उत्तानासन संस्कृत भाषा का शब्द है. इसका शाब्दिक अर्थ होता है, जोर से खिंचाव/स्ट्रेचिंग करने वाला आसन. इस आसन के अभ्यास से शरीर को कुछ गजब के फायदे होते हैं. 
योग कैसे है मेंटल हेल्थ के लिए कारगर?कुछ अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि नियमित रूप से योग का अभ्यास करने से तनाव लेवल को बढ़ाने वाले हॉर्मोन कॉर्टिसोल में कमी आती है. योग करने से आप स्ट्रेस, एंग्जायटी, डिप्रेशन, सिजोफ्रेनिया आदि मानसिक समस्याओं से बचे रह सकते हैं. योग से मूड भी बेहतर होता है, मन को शांति और सुकून प्राप्त होती है.
मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है उत्तानासनयोग एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यदि आपको डिप्रेशन की समस्या है, तो आप नियमित रूप से उत्तानासन करना शुरू कर दें. डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में उत्तानासन मदद करता है. यह आसन डिप्रेशन में एक दवा की तरह काम करता है. साथ ही चिंता, तनाव, उदासी, मानसिक अशांति जैसी समस्याओं को दूर करता है.
कैसे करें उत्तानासन  (How to do Uttanasana)
सबसे पहले किसी समतल स्थान पर योग मैट बिछा लें. 
अब इस पर खड़े हो जाएं और पैरों के बीच में एक फीट की दूरी रखें.
अब पैरों को सीधा रखें और गहरी सांस लेते हुए हाथों को नीचे की ओर ले आएं.
इस दौरान आपको ध्यान रखना है कि आपके पैर घुटने से न मुड़ें. 
इसी अवस्था को बरकरार रखते हुए हाथों से पैरों के अंगूठे को छूने की कोशिश करें.
इसके बाद अपने हाथों को पीछे की ओर ले जाएं.
अब एड़ी के ऊपरी हिस्से को (चित्रानुसार) पकड़ने की कोशिश करें.
थोड़ी देर इसी मुद्रा में रहें और फिर वापस सामान्य मुद्रा में आ जाएं.
अब इसी चक्र को तीन-चार बार दोहराएं. 
उत्तानासन के अन्य फायदे
उत्तानासन से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है.
ये आसन पीठ, हिप्स, पिंडली और टखनों को अच्छा स्ट्रेच देता है.
दिमाग को शांत करता है और एंग्जाइटी से राहत देता है.
सिरदर्द और इंसोम्निया की समस्या होने पर आराम देता है.
पेट के भीतरी पाचन अंगों को अच्छी मसाज देकर पाचन सुधारता है.
उत्तानासन हमारी किडनी और लिवर को सक्रिय करता है.
हाई ब्लड प्रेशर, अस्थमा, नपुंसकता, साइनोसाइटिस और ऑस्टियोपोरोसिस को ठीक करता है.
 



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