दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ तीन अहम विकेट लेकर लगभग हारा हुआ मैच जिताने में सूत्रधार की भूमिका निभाने वाले मुंबई इंडियंस के लेग स्पिनर कर्ण शर्मा ने माना कि 13वें ओवर के बाद गेंद बदलने का टीम को फायदा मिला. एक समय 11वें ओवर में एक विकेट पर 119 रन बना चुकी दिल्ली की टीम ने आखिरी 9 विकेट 74 रन के भीतर गंवा दिए. कर्ण शर्मा ने अभिषेक पोरेल, केएल राहुल और ट्रिस्टन स्टब्स के विकेट लिए.
गेंद बदली तो सीम नहीं थी
कर्ण शर्मा ने मैच के बाद कहा, ‘मैंने सोचा नहीं था कि ओस होगी. पहली पारी में ओस नहीं थी. इसलिए जब गेंद बदली तो सीम नहीं थी. इससे मुझे फायदा मिला.’ मुंबई इंडियंस के साथ 2017 में IPL खिताब जीत चुके कर्ण शर्मा को आईपीएल में टीम के लिए ‘लकी’ माना जाता है. कर्ण शर्मा IPL 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ, IPL 2017 में मुंबई इंडियंस और IPL 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ खिताब जीत चुके हैं.
बीच के ओवरों में विकेट लेना था मकसद
कर्ण शर्मा ने कहा,‘यह अच्छी बात है कि छह सात साल बाद मुंबई टीम में लौटा और वहीं से शुरू किया जहां 2017 में छोड़ा था. मैच में उस समय दिल्ली की टीम 10-11 रन प्रति ओवर बना रही थी और मेरा काम बीच के ओवरों में विकेट लेना था. मिचेल सेंटनेर और मैंने वही किया. ऐसे मैचों में हर विकेट महत्वपूर्ण है, जिस तरह से वे खेल रहे थे. निश्चित तौर पर केएल राहुल उनके लिए बड़ा नाम है, जिसने पिछले मैच में जीत दिलाई थी. हमारे लिए हर विकेट महत्वपूर्ण था.’
कर्ण शर्मा को कोटला की पिच की जानकारी
कर्ण शर्मा ने स्वीकार किया कि करूण नायर के विकेट ने मुंबई को मैच में लौटाया. उन्होंने कहा,‘करूण के आउट होने के बाद उनकी लय टूटी. उसके बाद लगातार दो तीन विकेट गिर गए और मैच पलट गया.’ दिल्ली में काफी क्लब क्रिकेट खेल चुके कर्ण शर्मा को पता था कि कोटला की पिच की जानकारी से उन्हें फायदा होगा. कर्ण शर्मा ने कहा,‘मैं मेरठ से हूं और मैंने दिल्ली में काफी क्रिकेट खेली है. मुझे पता है कि यहां कैसे गेंदबाजी करनी है और पिच कैसी होगी.’