नई दिल्ली: भारत में क्रिकेट बहुत ही फेमस है, यहां क्रिकेट को एक धर्म माना जाता है. वहीं, खिलाड़ियों को भगवान का दर्जा प्राप्त है. टीम इंडिया ने हाल ही में अंडर-19 वर्ल्ड कप की खिताब जीता था. इस खिताब को दिलाने में एक प्लेयर का अहम रोल रहा था. उस खिलाड़ी को आईपीएल मेगा ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग टीम ने खरीदा था. अब इस खिलाड़ी पर अपनी उम्र में हेराफेरी करने का आरोप लगा है. इससे सीएसके टीम और इस खिलाड़ी की मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं.
इस खिलाड़ी पर लगा उम्र में धोखाधड़ी का आरोप
भारत की अंडर 19 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य राजवर्धन हंगरगेकर (Rajvardhan Hangargekar) उम्र विवाद को लेकर धोखाधड़ी मामले में फंसते दिखाई दे रहे हैं. राजवर्धन पर अपनी उम्र कम बताने का आरोप लगा है. खेल एवं युवा विभाग के आयुक्त ओमप्रकाश बकोरिया ने बीसीसीआई को पत्र लिखकर बताया है कि राजवर्धन हंगरगेकर की उम्र 21 साल है न कि 19 साल. 7वीं क्लास तक हंगरगेकर की जन्मतिथि 10 जनवरी 2001 थी लेकिन 8वीं में दाखिला लेते हुए राजवर्धन की जन्म तिथि को बदलकर 10 नवंबर 2002 कर दिया गया. यानी 14 जनवरी से 5 फरवरी के बीच हुए अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप के वक्त राजवर्धन हंगरगेकर की उम्र 21 साल थी.
अभी मैच खेल सकते हैं राजवर्धन
राजवर्धन हंगरगेकर पर अभी कोई भी प्रतिबंध नहीं लगा है और अभी वह सभी तरह के मैच के खेल सकते हैं. मामले की जांच बीसीसीआई करेगा. अगर वह आरोपों में सही पाए जाते हैं, तो उन पर कड़ी कार्यवाही हो सकती है. चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम भी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा सकती है और ये हंगरगेकर के करियर के लिए एक बहुत बड़ा झटका होगा.
मेगा ऑक्शन में सीएसके ने बहाया पैसा
राजवर्धन हंगरगेकर को आईपीएल मेगा ऑक्शन में सीएसके टीम ने मोटी रकम देकर अपने साथ जोड़ा है. चेन्नई सुपर किंग ने राजवर्धन को 1.5 करोड़ रुपये देकर अपने साथ जोड़ा है. अब उनके आईपीएल 2022 में खेलने को लेकर भी तलवार लटकती हुई दिखाई दे रही है. अगर वह आरोपों में सही पाए जाते हैं, तो सीएसके उन्हें बाहर का रास्ता दिखा सकती है. ये महेंद्र सिंह धोनी की टीम के बड़ा झटका साबित हो सकता है. राजवर्धन अपनी खतरनाक गेंदों के लिए जाने जाते हैं. वह विकेट्स के पास गेंद को फेंकते हैं, ताकि ऐज लगने पर विकेट मिल जाए.