बचपन में ऑस्ट्रेलिया से भारत की हार पर हुआ था बुखार, अब इस खिलाड़ी ने टीम इंडिया में मारी जोरदार एंट्री

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इंदौर: हार्दिक पांड्या को टीम इंडिया से बाहर कर सेलेक्टर्स ने IPL 2021 में धमाल मचाने वाले विस्फोटक ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर को मौका दिया है. IPL 2021 में शानदार प्रदर्शन कर वेंकटेश अय्यर काफी चर्चा में रहे थे. कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए धमाका करते हुए वेंकटेश अय्यर ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) तूफानी बैटिंग के अलावा घातक बॉलिंग में भी माहिर हैं. वेंकटेश अय्यर बचपन से पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली की बल्लेबाजी के मुरीद रहे हैं और जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में गांगुली के ज्यादा रन नहीं बना पाने से भारत को हार का मुंह देखना पड़ा था, तो गहरी मायूसी के बाद नन्हें वेंकटेश को बुखार आ गया था.
बचपन में ऑस्ट्रेलिया से भारत की हार पर हुआ था बुखार
भारतीय क्रिकेट के प्रति अपने 26 साल के बेटे के जुनून को याद करते हुए वेंकटेश अय्यर के पिता राजशेखरन अय्यर ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में कई खुलासे किए हैं. वेंकटेश को न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टी20 टीम में शामिल किया गया है. राजशेखरन ने बताया, ‘मेरे बेटे (वेंकटेश अय्यर) को 6-7 साल की उम्र से ही क्रिकेट से गहरा लगाव हो गया था. वह बचपन से गांगुली का बड़ा प्रशंसक रहा है. गांगुली से प्रेरित होकर उसने उन्हीं की तरह बाएं हाथ से बल्लेबाजी शुरू की.’
फिर बन गया धाकड़ क्रिकेटर 
राजशेखरन ने बताया, ‘वेंकटेश बचपन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच देख रहा था, जिसमें भारत की हार हुई थी और उसके पसंदीदा बल्लेबाज गांगुली भी ज्यादा रन नहीं बना सके थे. इससे वेंकटेश बहुत दुखी हुआ था और उसे बुखार भी आ गया था. तब मुझे महसूस हुआ कि मेरा बेटा भारतीय क्रिकेट को लेकर बहुत गंभीर है.’ राजशेखरन ने बताया कि क्रिकेट के प्रति इस दीवानगी को देखने के बाद उन्होंने अपने बेटे को कोचिंग के लिए अच्छे क्लबों में भेजा और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया.
क्रिकेट के साथ ली MBA की ड्रिग्री 
राजशेखरन ने कहा, ‘सौभाग्य से वेंकटेश को अच्छे प्रशिक्षक मिले. पहले इंदौर के महाराजा यशवंतराव क्रिकेट क्लब (MYCC) के कोच दिनेश शर्मा और बाद में मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित ने मेरे बेटे के कौशल को उभारा.’ वेंकटेश के पिता बताते हैं कि क्रिकेट के जुनून के बावजूद उनके बेटे ने अपनी पढ़ाई से कभी समझौता नहीं किया. उन्होंने बताया, ‘मेरे बेटे ने वाणिज्य विषय से स्नातक की उपाधि हासिल की है. वह आगे चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई करना चाहता था, लेकिन क्रिकेट की व्यस्तताओं के चलते ऐसा नहीं कर सका. हालांकि, अपनी मां के मार्गदर्शन के मुताबिक उसने कॉमर्स में एमबीए की उपाधि हासिल की.’
स्थानीय क्रिकेट जगत में जश्न का माहौल
गौरतलब है कि वेंकटेश अय्यर के साथ ही इंदौर के तेज गेंदबाज आवेश खान (24) ने भी न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टी20 टीम में जगह बनाई है. दोनों युवा खिलाड़ियों के इस चयन से स्थानीय क्रिकेट जगत में जश्न का माहौल है.



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