नई दिल्ली: बीसीसीआई (BCCI) के चीफ सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) हमेशा ही सुर्खियों में छाए रहते हैं. गांगुली के लिए बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर चुनौतीपूर्ण 26 महीनों के अंदर कई तरह की आलोचनाओं का सामना किया, जिसमें उन्हें कोविड-19 के कारण पैदा हुई परेशानियों से तो रूबरू होना ही पड़ा, लेकिन उन पर चयनकर्ताओं को प्रभावित करने और अपने कार्यकाल में महिला क्रिकेट के लिये ज्यादा कुछ नहीं करने के आरोप भी लगे. अब गांगुली ने उन सब आरोपों का जबाव दिया है.
गांगुली ने दिया बड़ा बयान
बीसीसीआई के चीफ सौरव गांगुली ने उनके ऊपर लगे आरोपों पर जबाव देते हुए पीटीआई से कहा कि मुझे नहीं लगता कि मुझे (इस पर) किसी को कुछ भी जवाब देने और इनमें से किसी भी निराधार आरोप का सम्मान करने की जरूरत है. मैं बीसीसीआई का अध्यक्ष हूं और बीसीसीआई के अध्यक्ष को जो करना चाहिए वह मैं करता हूं. साथ ही आपको बता दें, मुझे एक तस्वीर (सोशल मीडिया के) चक्कर लगाती हुई दिखाई दे रही है जिसमें मुझे चयन समिति की बैठक में बैठे हुए दिखाया गया है. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि वह तस्वीर (जहां गांगुली को सचिव जय शाह, कप्तान विराट कोहली और संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज के साथ बैठे देखा जा सकता है) चयन समिति की बैठक की नहीं थी. जयेश जॉर्ज चयन समिति की बैठकों का हिस्सा नहीं हैं. मैंने भारत के लिए 424 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं.
महिला आईपीएल पर तोड़ी चुप्पी
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि हम एक पूर्ण महिला आईपीएल गठित करने के स्तर पर हैं. यह निश्चित रूप से होगी. मेरा मानना है कि अगले साल मतलब 2023 पूर्णकालिक महिला आईपीएल शुरू करने का बहुत अच्छा समय होगा, जो पुरूष आईपीएल की तरह ही बड़ी और सफल होगी.
टी20 मैचों में दर्शक नहीं होंगे शामिल
भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन टी20 मैचों की सीरीज के लिए दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं है. आम जनता के लिए कोई टिकट नहीं होगा. केवल कैब अधिकारियों और विभिन्न इकाईयों के प्रतिनिधियों को अनुमति होगी. ऐसे समय में हम दर्शकों को अनुमति देकर खिलाड़ियों के स्वास्थ्य का जोखिम नहीं उठा सकते. हमारे पास राज्य सरकार की मंजूरी है लेकिन बीसीसीआई खिलाड़ियों की सुरक्षा का जोखिम नहीं चाहता.
(इनपुट: भाषा)