कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्ती. नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ ही शिक्षा और उसकी गुणवत्ता पर भी जोर दिया जाने लगा है. साथ ही सरकार सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने पर भी जोर दे रही है और इसके लिए बकायदा अभियान भी चलाया जा रहा है. बच्चों को तभी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकती है जब शैक्षिक कार्य करने वाले शिक्षक गुणवत्तापूर्ण हो, उसकी अपने विषय पर पकड़ मजबूत हो. लेकिन बस्ती में इसका उलट देखने को मिला. बच्चे तो बच्चे शिक्षिका साहिबा खुद डीएम प्रियंका निरंजन के टेस्ट में फेल हो गई.
दरअसल, मामला बस्ती जनपद के सदर तहसील के प्राथमिक विद्यालय संसारपुर का है. जहां पर बस्ती जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन निरीक्षण करने पहुंची. पहले तो बच्चों की संख्या देखकर ही जिलाधिकारी नाराज हुई. जहां पर मात्र 48 बच्चें ही नामांकित हैं, उसमें से भी केवल 25 बच्चे ही उपस्थित थे.
शिक्षिका को लगाई फटकारजब जिलाधिकारी ने बच्चों से शिक्षा की गुणवत्ता जानने की कोशिश की तो उसमें भी सब बगल झांकते फिरे, फिर डीएम ने वहां मौजूद बच्चों और शिक्षकों से पेयजल पर निबंध और छुट्टी के लिए प्रार्थनापत्र लिखने को कहा। तो क्या बच्चें क्या टीचर कोई भी नहीं लिख पाया. जिसपर जिलाधिकारी ने टीचरों को जमकर फटकार भी लगाई और बोली की जब आप लोग ही नहीं लिख पा रहे हैं तो बच्चें क्या लिख पाएंगे.
शुद्ध और स्वास्थ्य लिखने में रही नाकामजिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि जब शिक्षिका निबंध नहीं लिख पाई तो उन्होंने उनसे शुद्ध और स्वास्थ्य लिखने को कहा लेकिन शिक्षिका वो दोनो शब्द भी सही नहीं लिख सकी. जिसपर शिक्षिका के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और बीएसए को शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Basti news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : April 27, 2023, 19:18 IST
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