Uttar Pradesh

बारिश के मौसम में सब्जियों की रोपाई के समय 7 बातों का रखें ध्यान, होगा बंपर उत्पादन

रायबरेली. हमारे देश की 80% आबादी खेती पर ही निर्भर पर है. जिसमें किसान परंपरागत फसलों के साथ ही सब्जियों की खेती बड़े स्तर पर कर रहे हैं. जिससे वह कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. सब्जी की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित होती है. सब्जियों की खेती से किसान तुरंत पैसा कमा सकते हैं. लेकिन सब्जियों की खेती से बंपर उत्पादन के लिए किसानों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना पड़ता है. अगर बारिश का मौसम हो तो खेतों में और अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है. क्योंकि इन दिनों खेतों में जलजमाव से सब्जियों को नुकसान हो सकता है.

गौरतलब हो कि इस सीजन की सब्जियों में बींस,आलू , भिंडी,सेम जैसी सब्जियों को छोड़कर अधिकतर सब्जियों खेती करने के लिए पहले नर्सरी तैयार करना पड़ता है. उसके बाद खेतों में पौधों की रोपाई की जाती है. इस दौरान पौधे का खास ख्याल रखना पड़ता है. रायबरेली जिले के राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के सहायक विकास अधिकारी कृषि दिलीप कुमार सोनी बताते हैं, कि अधिकतर सब्जियों के पौधे की नर्सरी तैयार की जाती है. जब नर्सरी में पौधे तैयार हो जाते हैं उसके बाद खेतों में इन पौधे की रोपाई की जाती है.

लोकल 18 से बात करते हुए दिलीप कुमार सोनी बताते हैं कि नर्सरी से पौधे को उखाड़ कर रोपाई से पहले 7 जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे पौधे का विकास अच्छा होगा एवं फसल की पैदावार में भी बढ़ोतरी होगी.

समय का चुनाव : सुबह या शाम का समय पौधे की रोपाई के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. क्योंकि इस समय तापमान कम होता है.जिससे पौधों को झुलसने का खतरा कम होता है.

जड़ों की देखभाल: पौधों की जड़ों को विशेष ध्यान रखना होता है. जड़ें बहुत नाजुक होती हैं, इसलिए उन्हें बहुत अधिक झटका या क्षति से बचाने की कोशिश करें. जड़ों को मिट्टी के साथ सुरक्षित रखें.

पानी का छिड़काव: पौधों की जड़ों और पत्तियों पर हल्का पानी छिड़काव करें. ताकि पौधे ताजगी बनाए रखें.और सूखने से बचें.

सही दूरी और गहराई : पौधों को सही दूरी और गहराई पर रोपाई करें.ताकि वे ठीक से बढ़ सकें, और उन्हें पर्याप्त जगह मिले. बहुत ज्यादा घनी रोपाई करने से पौधों में रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है.

मिट्टी की तैयारी: मिट्टी को पहले से तैयार कर लें और उसमें उचित मात्रा में खाद डालें. मिट्टी नरम और उपजाऊ होनी चाहिए ताकि पौधों की जड़ें आसानी से फैल सकें.

प्रदूषण से बचाव: पौधों को धूल, धुआं, और अन्य प्रदूषकों से बचाने की कोशिश करें. जब पौधों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाएं, तो उन्हें कवर कर दें ताकि वे प्रदूषण से बच सकें.

जल निकासी: पौधों की रोपाई करने के बाद यह सुनिश्चित करें कि मिट्टी में जल निकासी अच्छी हो. अधिक पानी भरने से पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं.
Tags: Agriculture, Local18, Rae Bareli News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 18:53 IST

Source link

You Missed

नक्सली हथियार छोड़ने को तैयार! डिप्‍टी CM बोले- लेटर की सत्‍यता की जांच जरूरी
Uttar PradeshSep 17, 2025

महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट की छत से पानी टपकने लगा, दो साल पुराना निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल।

अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की छत से पानी टपकने लगा है। यह बातें सोशल मीडिया पर…

Scroll to Top