रिपोर्ट : संजय यादव
बाराबंकी. यूपी के मदरसों की शिक्षा बेहतर हो रही है. मदरसों में दी जा रही तालीम में सुधार लाया जा रहा है. अभी तक मदरसों में पढ़ने वालों छात्रों को उर्दू पढ़ाई जाती थी.उर्दू की शिक्षा ग्रहण करने के बाद छात्र किसी मस्जिद में इमाम बन जाते थे या मदरसो में शिक्षक हो पाते थे. लेकिन अब मदरसों की शिक्षा व्यवस्था बदल दी गई है. जिससे यहां से निकलने वाले छात्र डाक्टर, इंजीनियर, टीचर समेत बड़े-बड़े पदों तक पहुंच सकते है . यूपी में भी एक ऐसा ही मदरसा है जहां छात्र-छात्रों को उर्दू , अरबी के साथ-साथ कंप्यूटर, गणित, साइंस विषय की तालीम दी जा रही है. वहीं बच्चों को अंग्रेजी बोलना भी सिखाया जा रहा है.इस मदरसे ने बहुत कम समय मे एक अलग मुकाम हासिल कर लिया है.
बाराबंकी जिले के जैदपुर में स्थित मदरसा निसवां नूरूल उलूम में सबसे से ज्यादा बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. इस मदरसे में यहां के शिक्षकों ने आधुनिक शिक्षा प्रदान कर रहें है. इस मदरसे में पढ़ने वाले बच्चे कंप्यूटर और इलेक्ट्रिशियन का कोर्स सीख रहे हैं. साथ ही अंग्रेजी भी बोलना सीख रहे हैं. इस मरदसे में उर्दू के साथ हिंदी, इंग्लिश, साइंस और कंप्यूटर समेत तमाम तकनीक की शिक्षा दी जा रही है. आधुनिक तालीम से लैस इस मदरसे में बच्चे मौजूदा दौर के लायक खुद को तैयार कर रहे हैं. यहां पढ़ने वाले छात्र डॉक्टर,साइंटिस्ट और इंजीनियर बनना चाह रहे है.
छात्रों ने हासिल किया बड़ा मुकाममदरसे के शिक्षक ने बताया की शिक्षा में अब काफी बदलाव आया है. पहले मदरसों में सिर्फ उर्दू, अरबी संबंधित तालीम दी जाती थी. लेकिन अब मदरके में हिंदी, इंग्लिश, साइंस और कंप्यूटर समेत तमाम शिक्षा दी जा रही है. अब मदरसे की शिक्षा किसी से कम नहीं. आज हमारे मदरसे से कई बच्चे नीट जेसे कंपटीशन पास कर चुके हैं. इसके अलावा कई बच्चे आज डॉक्टर, एंकर और एमडी भी हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Barabanki News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : April 12, 2023, 23:10 IST
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