Barabanki News: 10 हजार की लागत में करें इस फसल की खेती, सालाना होगी 90,000 की आमदनी

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Barabanki News: 10 हजार की लागत में करें इस फसल की खेती, सालाना होगी 90,000 की आमदनी

बाराबंकी: आज के दौर में किसान ऐसी फसलों का उत्पादन कर रहे हैं, जिनकी बाजार में डिमांड ज्यादा हो और जो उन्हें उनकी लागत के मुकाबले अच्छा मुनाफा दे सके. ऐसी ही एक फसल बैंगन है, जिसकी खेती कर किसान कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि बैंगन एक ऐसी सब्जी है, जिसकी खेती आप कभी भी कर सकते हैं. बैंगन की ज्यादा पैदावार लेने के लिए कुछ अच्छी किस्मो का चयन कर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.

बैगन की खेती जलवायु के अनुसार की जा सकती है. पर अच्छी पैदावार लेने के लिए कुछ ऐसी किस्में हैं, जैसे पूसा हाइब्रिड 5, पूसा हाइब्रिड 9, विजय हाइब्रिड, पूसा पर्पिल लौंग, पूसा क्लस्टर, पूसा क्रांति, नरेंद्र बागन-1, आजाद क्रांति, पंत आदि उन्नत किस्म लगाई जा सकती है.

किसान ने फसल को लेकर बतायावहीं, बाराबंकी जिले के सहेलिया गांव के रहने किसान अखिलेश कुमार बैंगन की खेती कर लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा मिल रहा है, जिसके लिए वह कई सालों से बैंगन की खेती कर एक फसल पर 80 से 90 रुपए लाभ कमा रहे हैं.

10 सालों से कर रहे हैं सब्जियों की खेतीबैंगन की खेती कर रहे किसान अखिलेश कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि सब्जियों की खेती करीब वह 10 सालों से कर रहे हैं, जिसमें भिंडी बैंगन, लौकी, कद्दू आदि हैं. इस समय उनके पास 2 बीघे में बैंगन लगा हुआ है, जो दो प्रकार का है. एक लंबा वाला और दूसरा गोल वाला है.

एक बीघे में लागत आती है 10 हजारइस खेती में लागत कम मुनाफा ज्यादा है. क्योंकि इसको एक बार लगाने के बाद तीन से चार महीने तक फसल निकलती रहती है. इस खेती में लागत की बात करें तो एक बीघे में 8 से 10 हजार रुपए आती है. जहां मुनाफा करीब एक फसल पर 80 से 90 हजार रुपए आराम से हो जाता है. क्योंकि बैंगन की डिमांड साल भर रहती है.

इसकी खेती करना काफी आसानबैंगन की बुवाई अगर आप करते हैं, तो इसके तुरंत बाद फसल में सिंचाई का काम कर देना चाहिए. इसकी खेती के लिये ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती. यही वजह है कि टपक सिंचाई विधि के जरिए इसकी खेती के लिए पानी की जरूरत बड़े आराम से पूरी हो सकती है.

हालांकि, मिट्टी में नमी को बनाए रखने के लिये समय-समय पर आपको सिंचाई करते रहना चाहिए. जहां बैंगन की उपज को बढ़ाने के लिए जैविक खाद या जीवामृत का प्रयोग करना सही होता है.
Tags: Agriculture, Barabanki News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 09:52 IST

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