संजय यादव/बाराबंकी. भारत को लीची का दूसरा बड़ा उत्पादक देश माना जाता है. आज के समय में उत्तर प्रदेश में भी लीची का बंपर उत्पादन हो रहा है. राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले में अफीम मेंथा और केले की खेती में महारथ हासिल करने वाले किसान इन दिनों लीची की पैदावार कर खासा मुनाफा कमा रहे हैं. बाराबंकी की लीची दूर-दूर तक मशहूर है. इसको जिले के साथ-साथ प्रदेश भर के व्यापारी खरीद कर ले जाते हैं. यहां की खटमिट्ठी लीची लोगों को काफी रास आती है.
बाराबंकी जिले के जैदपुर कस्बे में लगभग 12 बीघे में लीची की बाग लहलहा रही है. यह बाग जैदपुर के बड़े सरकार की है. लीची की यह बाग करीब 10 साल पुरानी है. इस बाग में हर साल लीची के रसभरे फल आते हैं. इसका एकदम अलग खटमिट्ठा स्वाद लोगों को काफी पसंद आता है. बाराबंकी की लीची के लोग दीवाने हैं. यूपी के साथ-साथ आस-पास के प्रदेशों के व्यापारी भी यहां की लीची खरीदने आते हैं.
खेत से ही हो जाती है लीची की बिक्री
बड़े सरकार की लीची की बाग में देखरेख करने वाले किसान ने बताया कि इस खेती के दौरान साल में दो बार ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है. पहले जनवरी-फरवरी के बीच लीची के पेड़ पर दवा और खाद डालनी पड़ती है. वहीं, अप्रैल के महीने में जब फूल एवं फल आ जाते हैं, तब विशेष तौर पर पानी का ध्यान रखना पड़ता है. हफ्ते में दो बार पानी लगाना पड़ता है. मई के बीच जब फल पक कर तैयार हो जाते हैं, तो लोग बाग से ही लीची खरीद कर ले जाते हैं. हमलोगों को इसे बेचने जाना नहीं पड़ता.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Agriculture, Barabanki News, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : May 04, 2023, 08:05 IST
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