रिपोर्ट – अंश कुमार माथुर
बरेली. नाथ नगरी के बिहारीपुर में मिलते हैं वृंदावन के बांके बिहारी के दर्शन, वृंदावन की तर्ज पर स्वामी हरिदास जी के वंशज बरेली के बिहारीपुर स्थित बांके बिहारी मंदिर की सेवा करते आ रहे हैं. मान्यता के अनुसार यह मंदिर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर का ही है. जो व्यक्ति वृंदावन दर्शन करने नहीं जा पाते है.
वह यहां दर्शन कर वृंदावन के बांके बिहारी के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त करते है. इस मंदिर में श्याम वर्ण के बांके बिहारी धारण करते हैं. मोर मुकुट, कानों में मकर की आकृति वाले कुंडल और गले में वैजयंती माला, प्रतिदिन यहां वृंदावन के जैसा ही बांके बिहारी का अद्भुत श्रृंगार किया जाता है.
यह है मंदिर जानें का रास्ता
यह प्राचीन मंदिर बरेली के जिला पंचायत कार्यालय के नजदीक बिहारीपुर खत्रियान मौहल्ले में स्थित है. यहां आप जैसे ही आगे बढ़ेंगे आपको वृंदावन की कुंज गली जैसी अनुभूति होगी, संकरी गलियां, मिठाईयों की दुकानें रास्ते में नजर आएंगी. इसके बाद आगे बढ़ने पर आपको बांके बिहारी मार्ग का संकेतक प्राचीन मंदिर का रास्ता बताता नजर आएगा. यहां पहुंचने पर दाहिनी तरफ बना मंदिर का मुख्य द्वार आपको नाथ नगरी में ही ब्रज धाम की अनुभूति करायेगा.
सांतवी पीढ़ी कर रही मंदिर में पूजा
मंदिर के सेवायत स्वामी हरिदास जी के वंशज संजीव गोस्वामी बताते हैं कि वह मूलतः वृंदावन के रहने वाले है और आज भी वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में जब फूल बंगला सजाया जाता है. तब उनका परिवार बरेली से वृंदावन जाकर कई वर्षों से सेवा करता आ रहा है.
मंदिर के सेवायत अक्षय गोस्वामी ने बताया कि यह उनकी सांतवी पीढ़ी है जो बरेली के बिहारीपुर स्थित बांके बिहारी मंदिर में सेवा कर रही है. मंदिर में विराजमान श्री बांके बिहारी को शरद पूर्णिमा के दिन मुरली धारण कराई जाती है.
चैत्र कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को विशेष तौर पर जलेबी का भोग तो बाकी दिन दूध भात का भोग लगाया जाता है. विशेष तौर पर यहां श्रद्धालु जलेबी का भोग लगाने चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को पहुंचते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Bareilly news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : March 10, 2023, 21:38 IST
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