पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में लगातार पर्यटन का ग्राफ बढ़ रहा है. देश के साथ ही साथ विदेश से भी सैलानी यहां सैर करने आ रहे हैं. ऐसे में अब पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में जंगल की सैर कराने वाले नेचर गाइडों को बारीकियां सिखाने के लिए बेंगलौर के विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे. यह प्रशिक्षण 2 चरणों में पूरा कराने की कवायद की जा रही है.बीते कुछ सालों में पीलीभीत टाइगर रिज़र्व आने वाले पर्यटकों की संख्या में तेज़ी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वर्ष 2014-15 में पहले पर्यटन सत्र के दौरान जहां 14,182 पर्यटक पीलीभीत पहुंचे थे तो वहीं वर्ष 23-2024 में यह आंकड़ा 54,378 तक पहुंच गया.ऐसे में पीलीभीत उत्तर प्रदेश के पर्यटन मानचित्र पर अपनी दमदार छाप छोड़ रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस पर्यटन सत्र बीत सभी सालों का रिकॉर्ड टूट सकता है. देश विदेश से आए वन प्रेमियों को बाघों का दीदार तो हो ही इसके साथ ही उन्हें तराई के जंगल की बारीकियां समझाईं जा सके इसके लिए पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में कार्यरत नेचर गाइडों की ट्रेनिंग कराई जाएगी.2 चरणों में होगी ट्रेनिंगइस ट्रेनिंग के लिए नेचरलिस्ट स्कूल बंगलौर के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी. इस ट्रेनिंग को दो चरणों में पूरा कराया जाएगा. 45-45 की संख्या में गाइडों का डेलिगेशन बेंगलोर जाएगा. इस ट्रेनिंग में पर्यटन विभाग के विशेषज्ञ भी शामिल रहेंगे. जो पर्यटकों के बीच तराई के ख़ूबसूरत जंगलों और वन्यजीवों की छाप छोड़ने के गुर भी सिखाएंगे. अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि पर्यटन सत्र को लेकर हर पहलू पर युद्ध स्तरीय तैयारियां की जा रही है. शासन की मंशानुसार गाइडों का प्रशिक्षण कराया जाएगा. उम्मीद है कि पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिलेगा.FIRST PUBLISHED : October 18, 2024, 21:46 IST