सनन्दन उपाध्याय/बलिया: जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बसंतपुर को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है. कुलपति की मानें तो अब यह विश्वविद्यालय विकास के हर ऊंचाई को छू सकेगा. शिक्षा क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए इस विश्वविद्यालय पर सरकार ने नजर इनायत किया है. छात्र-छात्राओं और जनपद वासियों के लिए बेहद खुशी की बात है कि अब वह तमाम शिक्षा से जुड़ी व्यवस्थाएं प्राप्त होगी जो न केवल एक सपना था बल्कि हर किसी का चाह भी था.
जेएनसीयू के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि इतने कम समय में इस विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है. यह जनपद वासियों के लिए बहुत गर्व की बात है. अब यह विश्वविद्यालय विकास के मार्ग पर तेजी से चल रहा है. कार्य प्रगति पर है. विश्वविद्यालय को 20 करोड़ के फॉर्मेट में चयनित किया गया है. जिसमें से 13 करोड़ 38 लाख विश्वविद्यालय को प्राप्त हुए हैं.
ऐसे मिली जेएनसीयू को राष्ट्रीय पहचानजननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बसंतपुर बलिया के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय पहचान मिली है. कुलपति ने इसके लिए प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के प्रति आभार व्यक्त किया है. उचित शिक्षा अभियान के अंतर्गत उन संस्थाओं को शामिल किया गया है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बनी है उसको ध्यान में रखते हुए और एक मल्टी डिक्शनरी अप्रोच को लेकर चलने वाले संस्थान के रूप में अपने को विकसित कर रहे हैं. कौशल विकास के लिए रिसर्च के लिए हमको नवाचार के लिए काम करना है उनके लिए सरकार ने यह योजना के तहत विश्वविद्यालय को धन उपलब्ध कराया है.
78 विश्वविद्यालयों में जेएनसीयू हुआ शामिलकुलपति ने आगे कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि यह विश्वविद्यालय 20 करोड़ के फॉर्मेट में चयनित हुआ है कुल 78 विश्वविद्यालय हैं जो आईडेंटिफाई हुए हैं. इसमें अपने आप को सम्मिलित कर पाना विश्वविद्यालय के लिए गौरव की भी बात है और सबको ध्यान भी होगा कि विश्वविद्यालय एकदम शैशवावस्था में है. यह धीरे-धीरे विकास की पथ पर चल रहा है. हम अच्छे-अच्छे अनुसंधान और नवाचार केंद्र के रूप में विकसित करेंगे.
20 करोड़ में से 13 करोड़ 38 लाख हुए प्राप्तविश्वविद्यालय के अंतर्गत, जो दो फॉर्मेट था एक 100 करोड़ का और एक 20 करोड़ का यह विश्वविद्यालय नया है इसलिए इसको 20 करोड़ के फॉर्मेट में फिट बैठाया गया. इसमें हमको 13.38 करोड रुपए मिले हैं. यह प्रदेश के चयनित विश्वविद्यालय को ही मिले हैं. छात्राओं के लिए शिक्षा सुविधाएं, लैब से संबंधित व्यवस्था, स्मार्ट क्लास से संबंधित और कंप्यूटर संबंधित आदि इस प्रकार की सुविधाओं को प्रथम उन्नति के लिए छात्रों के कौशल विकास के लिए खर्च करने का संकल्प लिया गया है. दूसरी बात इसमें आगे क्या अच्छा हो सकता है उसमें अच्छा करने के लिए नवाचार और अनुसंधान के लिए जिन संसाधनों की जरूरत होगी उन संसाधनों को भी हम इसमें जोड़ेंगे. सब मिलाकर इस विश्वविद्यालय के सुदृढ़ीकरण के लिए इस धन को खर्च कर विश्वविद्यालय को विकास के तरफ अग्रषित किया जाएगा.
.Tags: Ballia news, Local18FIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 17:51 IST
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