अमेठी. आम की फसल अभी पक कर तैयार नहीं हुई. लेकिन बाजारों में दुकानों पर आम के जूस बेचे जा रहे हैं. ऐसे में लोगों की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है. गली हो चौराहे हो सभी जगहों पर आम के जूस की दुकान लग गई है और वहां पर अलग-अलग स्थानों से आकर लोगों ने काउंटर खोल कर आम के जूस बेच रहे हैं. अब सवाल यह है कि खाद्य विभाग इस मामले पर ध्यान क्यों नहीं दे रहा?अनुमानित देखा जाता है कि आम की फसल मई और जून में पक कर तैयार होती है. लेकिन अभी अप्रैल माह की शुरुआत हुई है. इसके बीच ही आम मार्केट में आ गया है जो लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही आम के जूस के लिए भी जगह-जगह काउंटर खोल दिए गए हैं. 10 रुपये से लेकर 50 रुपये तक आम के जूस को बेचा जा रहा है. एक व्यक्ति को एक दिन में केवल 20 से 30 ग्राम चीनी की आवश्यकता होती है, लेकिन बाजार में उपलब्ध रसों में बड़ी मात्रा में फुड कलर और चीनी मिलाई जाती है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.नामी ब्रांड के आम के जूस का करें सेवनआम के रस में उच्च स्तर के पोषक तत्व और चीनी होती है, जो आपको बीमार कर सकती है. बाजार में बिकने वाले आम के रस का स्वाद जितना अच्छा होता है, वो उतना हानिकारक भी होता है. अगर आप बाजार में नामी ब्रांड के आम के जूस का सेवन कर रहे हैं, तो आपको खास तौर से सतर्क रहने की जरूरत है.केमिकल का होता है प्रयोगअमेठी के सीएमओ डॉ. विमलेंद्र शेखर ने कहा कि बाजारों में मिल रहा आम और उसका जूस सेहत के लिए हानिकारक है. बाजार में जो आम और उसके जूस मिल रहे हैं. उसमें केमिकल मिला है. इसके साथ ही उसे मीठा करने के लिए इतना ज्यादा केमिकल उपयोग होता है कि उसका उपयोग सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. ऐसे में हमारी सभी आम जनमानस से सलाह है कि ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन और पेय पदार्थों का सेवन बिलकुल न करें नहीं तो सेहत पर भारी पड़ सकता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : April 02, 2023, 13:52 IST
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