बैंगन की खेती करके कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा, एक बार लगाने के बाद 4 महीने तक मिलती रहती है फसल

admin

बैंगन की खेती करके कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा, एक बार लगाने के बाद 4 महीने तक मिलती रहती है फसल

बाराबंकी: खेती-किसानी एक ऐसा जरिया है जिससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. आजकल के सभी नौजवान युवा नई-नई तकनीकी का सहारा लेकर खेती करके ज्यादा उत्पादन पैदा करने और अधिक से अधिक मुनाफा कमाने की ओर ध्यान दे रहे हैं. ऐसा करके किसान अच्छा खासा मुनाफा कमा लेते हैं. आज के समय में खेती ही किसानों के लिए कमाई का एक बढ़िया जरिया बनता जा रहा है. किसानों को हमेशा ऐसी फसल की तलाश बनी रहती है, जिससे वे कम मेहनत में अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें. ऐसी ही एक फसल है बैंगन, जिसकी बाजार में बहुत ज्यादा डिमांड बनी रहती है.

किसानों की मेहनत का फलवहीं जिले के इस किसान ने बैंगन की खेती करके लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा कमाया है. वह कई सालों से बैंगन की खेती करके लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं. बाराबंकी जिले के बादीनगर गांव के रहने वाले किसान ललित कुमार बैंगन की खेती कर एक फसल पर एक से डेढ़ लाख रुपए तक का मुनाफा कमा रहे हैं.

ललित कुमार की कहानीबैंगन की खेती करने वाले किसान ललित कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि वह पारंपरिक खेती करते थे, जिसमें उन्हें इतना मुनाफा नहीं मिल पाता था. फिर उन्होंने सब्जियों की खेती की तरफ रुख किया, जिसमें उन्होंने एक बीघे में बैंगन की खेती की शुरुआत की, जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ. इस बार उन्होंने करीब तीन बीघे में बैंगन की खेती की है, जो दो प्रकार का है: एक गोल वाला और दूसरा लंबा वाला. गोल वाले बैंगन की खास बात यह है कि इसकी डिमांड बाजारों में हमेशा बनी रहती है, जिससे अन्य बैंगन के मुकाबले थोड़ा महंगा बिकता है. इसकी एक खास बात यह है कि इसे एक बार लगाने के बाद 4 महीने तक फसल मिलती रहती है. वहीं, इस खेती में लागत की बात करें तो एक बीघे में 8 से 10 हजार रुपए आती है, और मुनाफा करीब एक फसल पर एक से डेढ़ लाख रुपए तक हो जाता है.

बैंगन की खेती की प्रक्रियाबैंगन की खेती करना बहुत ही आसान है. सबसे पहले बैंगन के बीजों की नर्सरी तैयार की जाती है. उसके बाद खेत की दो से तीन बार गहरी जुताई करके फिर इसमें गोबर की खाद का छिड़काव किया जाता है. उसके बाद खेत को बराबर करके उसमें थोड़ी-थोड़ी दूरी पर बैंगन के पौधे की रोपाई की जाती है, और तुरंत इसकी सिंचाई कर दी जाती है. फिर वही पौधा लगाने के महज दो महीने में फसल तैयार हो जाती है, जिसे तोड़कर बाजारों में बेचा जा सकता है.
Tags: Barabanki News, Local18, Special Project, UP newsFIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 21:14 IST

Source link