बाहुबली राजन तिवारी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल, माफिया पर 36 से ज्यादा मुकदमे

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यूपी का मोस्ट वांटेड राजन तिवारी गिरफ्तार, पुलिस ने माफिया को पकड़ने के लिए ऐसे बिछाया जाल



हाइलाइट्सपूर्व विधायक राजन तिवारी बिहार के रक्सौल से गिरफ्तार. गोरखपुर में न्यायधीश ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा.गोरखपुर. उत्तर प्रदेश में गोरखपुर पुलिस को गुरुवार को बड़ी कामयाबी हासिल हुई. गिरफ्तारी बाद बाहुबली पूर्व विधायक गैंगेस्टर एक्ट के वांछित राजन तिवारी को कोर्ट नंबर 3 ने 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. यूपी के टॉप-45 माफिया की सूची में शामिल गोरखपुर का बाहुबली व कभी माफिया डॉन श्री प्रकाश शुक्ल का साथी रहे पूर्व विधायक राजन तिवारी को बिहार के रक्सौल से गिरफ्तार कर लिया गया.
देर शाम कैंट पुलिस ने राजन तिवारी को गोरखपुर कचहरी परिसर स्थित गैंगस्टर कोर्ट नम्बर 3 में पेश किया. जंहा से न्यायधीश ने 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. बता दें की गोरखपुर जिले की कैंट पुलिस व एसओजी की टीम ने मंगलवार की रात से बिहार में डेरा डाल रखा था. सूचना थी की राजन गिरफ्तारी से बचने के लिए नेपाल भागने की फिराक में था.
बिहार-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तारपुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए रक्सौल के बिहार-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया है. बाहुबली राजन तिवारी के खिलाफ बिहार और यूपी में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. अकेले गोरखपुर में उस पर 36 से ज्यादा मुकदमे हैं. वह कैंट थाने में दर्ज गैंगेस्टर के मुकदमे में वांछित था और करीब 60 एनबीडब्ल्यू कोर्ट से जारी था. उस पर गोरखपुर पुलिस की तरफ से 20 हजार का इनाम भी था. पुलिस की तीन टीमें सीओ कैन्ट श्यामदेव बिंद की अगुवाई में लगातार 1 महीने से दबिश दे रही थी.
गोरखपुर के सोहगौरा का रहने वालामूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के सोहगौरा गांव के रहने वाले राजन तिवारी की प्रारम्भिक शिक्षा भी इसी जिले में हुई. युवा अवस्था में राजन तिवारी ने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया. 90 के दशक के माफिया डॉन श्रीप्रकाश शुक्ला के संपर्क में आने के बाद राजन तिवारी का नाम कई अपराधों में सामने आया.
विधायक वीरेंन्द्र प्रताप पर करवाया था हमलाश्रीप्रकाश शुक्ला के साथ जुड़े मामलों में भी राजन तिवारी शामिल रहा, जिससे उसकी गिनती बाहुबलियों में होने लगी. यूपी के महराजगंज की लक्ष्मीपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे वीरेंद्र प्रताप शाही पर हमले में भी राजन तिवारी का नाम आया था. इस घटना में माफिया डॉन श्रीप्रकाश शुक्ला और राजन तिवारी समेत चार लोगों को आरोपी बनाया गया था.
इस आपराधिक कृत्य की वजह से राजन तिवारी यूपी पुलिस के लिए वॉन्टेड बन चुका था. यही वो वक्त था जब राजन तिवारी ने बिहार का रुख किया और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए राजनीतिक जमीन तलाशने लगा हालांकि वीरेंद्र प्रताप शाही पर हमले के मामले में राजन तिवारी 2014 में बरी हो चुका है. राजन तिवारी बहुचर्चित माकपा विधायक अजीत सरकार के हत्याकांड में भी आरोपी रहा है. राजन तिवारी के अलावा इस मामले में पप्पू यादव भी सजा काट चुका है. इस मामले में भी पटना हाईकोर्ट ने दोनों को बरी कर दिया था.
राजन तिवारी दो बार विधानसभा के लिए चुना गया. वह पूर्वी चंपारण के गोबिदगंज से लोजपा से विधायक रह चुका है. इसके अलावा राजन तिवारी 2004 में लोकसभा पहुंचने के लिए भी भाग्य आजमा चुका है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Bihar News, Gorakhpur news, MafiaFIRST PUBLISHED : August 19, 2022, 00:33 IST



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